- करवा चौथ पूजन मुहूर्त पांच बजकर 45 मिनट से शाम सात बजकर एक मिनट तक
- करवा चौथ पर चंद्रोदय का समय रात सात बजकर 54 मिनट
- बाजार में महिलाओं ने जमकर खरीददारी की, मेहंदी लगाने वालों के यहां लगी लाइनें, करवा चौथ पर्व को लेकर बाजार ग्राहकों से गुलजार
(Jind News) जींद। करवा चौथ का व्रत सुहागन महिलाएं अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए करती हैं। करवाचौथ का व्रत हर वर्ष महिलाएं कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखती हैं और इस बार करवा चौथ का व्रत रविवार को है। इस व्रत में भगवान शिव माता पार्वती और चंद्रमा का पूजन किया जाता है। इस बार करवा चौथ पर दो शुभ योग भी बन रहे हैं। पंचांग के अनुसार इस बार करवा चौथ पर्व पर कृत्तिका नक्षत्र और वयतीपात योग रहेगा। जोकि बेहद शुभ है। करवा चौथ पूजन मुहूर्त पांच बजकर 45 मिनट से शाम सात बजकर एक मिनट तक रहेगा। करवा चौथ पर चंद्रोदय का समय रात सात बजकर 54 मिनट है। वहीं शनिवार को भी बाजार में महिलाओं ने जमकर खरीददारी की। मेहंदी लगाने वालों के यहां लाइनें लगी हुई थी।
करवा चौथ का व्रत एवं पूजा विधि
जयंती देवी मंदिर के पुजारी नवीन शास्त्री ने बताया कि करवा चौथ का व्रत सभी व्रतों में कठिन माना गया है। करवा चौथ का व्रत निर्जला व्रत की श्रेणी में आता है। इस दिन सुहागिन स्त्रियां पूरे दिन अन्न और जल का त्याग कर शाम को 16 श्रृंगार करने के बाद, विधि-विधान के साथ भगवान शिव, माता पार्वती, भगवान गणेश और भगवान कार्तिक की पूजा करती हैं। मान्यता है कि करवा चौथ का व्रत रखने से दांपत्य जीवन में खुशियां आती हैं। सुहागिन स्त्रियां, करवा चौथ का व्रत रखकर, अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं। करवा चौथ का व्रत रात्रि में चंद्रमा के निकलने के बाद ही तोड़ा जाता है। इस दौरान चंद्रमा को जल चढ़ाया जाता है। करवा चौथ के पूजन के दौरान स्त्रियां छलनी से पति का चेहरा देखकर, पति के हाथ से भोजन ग्रहण करती हैं।
त्योहारी सीजन को लेकर बाजार हैं ग्राहकों से गुलजार
त्योहारी सीजन को लेकर इस समय बाजार ग्राहकों से गुलजार हंै। इस समय बाजार में अच्छी भीड़ उमड रही है। तांगा चौंक, पंजाबी बाजार, गांधी गली, मेन बाजार, पालिका बाजार, बैंक रोड, कपड़ा मार्केट में लोग खरीदारी के लिए पहुंचने शुरू हो जाते हैं। गोहाना रोड, रानी तालाब, मुख्य बाजार, सफीदों रोड, एसडी स्कूल, सफीदों गेट, पटियाला चौंक हर जगह अतिक्रमण के कारण जाम की स्थिति बनी रहती है।
शहर के चारों तरफ लगाए नाके
मुख्य बाजार में महिलाओं की ज्यादा आवाजाही व भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। शहर के जाने वाले रास्ते रानी तालाब की तरफ से, फव्वारा चौक की तरफ से, झांझ गेट की तरफ से, शहर थाना पुलिस के निकट से पुलिस ने बेरीगेट्स लगा दिए हैं। इसके अलावा पुलिसकर्मी लगातार बाजार में गश्त कर रहे हैं।
मुख्य बाजार में दुकानदारों ने किया है सबसे ज्यादा अतिक्रमण
शहर के मुख्य बाजार में तो अतिक्रमण करने वालों ने हद कर दी है। बाजार में दुकानदारों ने अपने सामान को डिस्पले करने के लिए एक से दो फुट तक अतिक्रमण कर लिया है। शहर थाना के सामने, टाउन हाल की तरफ, तांगा चौक की तरफ व बाजार के अंदर हर जगह अतिक्रमण फैला है। जिस कारण वाहन चालकों के साथ-साथ पैदल चलने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
करवा चौथ पर्व नहीं बल्कि पत्नि का पति के प्रति समर्पण : शास्त्री
जयंती देवी मंदिर के पुजारी नवीन शास्त्री ने बताया कि करवा चौथ पर पूजन मुहूर्त पांच बजकर 45 मिनट से शाम सात बजकर एक मिनट तक रहेगा। इसके बाद चंद्रोदय का समय रात सात बजकर 54 मिनट रहेगा। यह केवल एक पर्व ही नहीं बल्कि एक पत्नी का अपने पति के प्रति समर्पण और प्रेम का प्रतीक है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुखमय दांपत्य जीवन के लिए व्रत रखती हैं। इस दिन कुंवारी कन्याएं भी अच्छा वर पाने के लिए व्रत रखती हैं। यह व्रत सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। क्योंकि हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह एक निर्जला व्रत है। इस व्रत में महिलाएं अन्न एवं जल ग्रहण नहीं कर सकती। करवा चौथ का व्रत रात्रि में चंद्रमा के निकलने के बाद ही तोड़ा जाता है। इस दौरान चंद्रमा को जल चढ़ाया जाता है। करवा चौथ के पूजन के दौरान स्त्रियां छलनी से पति का चेहरा देखकर, पति के हाथ से भोजन ग्रहण करती हैं।
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