Jind News : स्वास्थ्य सुपरवाइजर संघ 2020 से लगातार नप को लिख रहा पत्र

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Jind News : स्वास्थ्य सुपरवाइजर संघ 2020 से लगातार नप को लिख रहा पत्र
नागरिक अस्पताल में मौजूद बंदरों का झुंड। 
  • नागरिक अस्पताल नही हो पा रहा बंदरों के आतंक से मुक्त
  • अस्पताल में आने वाले लोग हर दिन बंदरों के आतंक का हो रहे शिकार

(Jind News) जींद। नागरिक अस्पताल बंदरों के आतंक से मुक्त नही हो पा रहा है। स्वास्थ्य सुपरवाइजर संघ द्वारा वर्ष 2020 से लगातार नगर परिषद जींद को पत्र भेज कर बंदरों के आतंक से निजात दिलाने की बात कही जा रही है लेकिन अस्पताल बंदरों के आतंक से मुक्त नही हो पा रहा है।

स्वास्थ्य सुपरवाइजर संघ कुल 32 रिमाइंडर भेज चुका है लेकिन समस्या ज्यों की त्यों

जिस पर संघ द्वारा उपायुक्त के संज्ञान में मामला लाया गया है। अबतक स्वास्थ्य सुपरवाइजर संघ कुल 32 रिमाइंडर भेज चुका है लेकिन समस्या ज्यों की त्यों है। स्वास्थ्य सुपरवाइजर संघ ने उपायुक्त को दी शिकायत में बताया कि संघ द्वारा वर्ष 2020 से लगातार नगर परिषद को पत्र लिखे जा रहे हैं कि अस्पताल में बंदरों का आतंक है और आए दिन बंदर किसी न किसी को काट रहे हैं।

अस्पताल में आने वाले मरीजों को भी बंदर काटने से चूकेते नही

इसके अलावा कार्यालयों के अंदर पहुंच कर भी नुकसान पहुंचा रहे हैं लेकिन इस समस्या पर कोई संज्ञान नही लिया गया है। अस्पताल परिसर में बंदरों की संख्या इतनी है कि इन्हें भगाना भी नामुमकिन है। झुंड के झुंड बंदरों के नागरिक अस्पताल में हर समय बैठे देखे जा सकते हैं। इसके अलावा अस्पताल में आने वाले मरीजों को भी बंदर काटने से चूकेते नही है। जिसके कारण नागरिक अस्पताल में आने वाले मरीजों के साथ-साथ चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों को भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है।

समस्या के समाधान हेतू कई बार नगर परिषद के अधिकारियों को गुहार लगाई जा चुकी

आए दिन ये बंदर किसी न किसी व्यक्ति पर हमला करके उसको घायल कर रहे हैं। कई बार तो बंदर नागरिक अस्पताल में दाखिल मरीजों के बिस्तर पर पहुंच कर मरीज को घायल कर चुके हैं और अनेक बार कमरों में घुस कर कंपयूटर सहित नागरिक अस्पताल के रिकार्ड को नष्ट भी कर चुके हंै। इस समस्या के समाधान हेतू कई बार नगर परिषद के अधिकारियों को गुहार लगाई जा चुकी है परंतु अभीतक कोई समाधान नही हुआ है।

संघ नेता राममेहर वर्मा ने बताया कि उपायुक्त इस मामले में स्व संज्ञान लेते हुए नप अधिकारियों को आदेश दें कि अस्पताल में स्पेशल तौर पर बंदर पकड़ो अभियान चलाया जाए ताकि नागरिक अस्पताल में कार्य  करने वाने चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मी व आमजन अपने आपको सुरक्षित महसूस कर सकें।

वर्मा ने बताया कि बार-बार गुहार लगाए जाने के बाद गत 24 मार्च को बंदर पकडऩे वाली टीम नागरिक अस्पताल आई थी। यहां 15 से 20 बंदर पकड़े गए। टीम सदस्य मनोज ने फिर से आने की बात कही थी लेकिन आजतक भी टीम दोबारा बंदर पकडऩे के लिए नही आई है।

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