(Jind News) जींद। गांव नगूरां के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में वीरवार को स्वास्थ्य महानिदेशक हरियाणा के आदेशानुसार जागरूकता पखवाड़ा अभियान के तहत एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल पिं्रसिपल सविता ने की तथा मुख्य रूप से डिप्टी सिविल सर्जन (एनएचएम व एनसीडी) डा. अनिल कौशिक तथा जिला प्रोग्राम कोर्डिनेटर डा. संजीत सिंह ने भाग लिया। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्कूल स्टाफ के बीपी, शुगर, वजन, ऊंचाई की जांच की। जिसमें सात स्कूल अध्यापिकाओं का बीपी व शुगर अधिक पाए जाने पर नागरिक अस्पताल जींद के लिए रैफर किया। इस दौरान बच्चों तथा अध्यापकों को एनसीडी रोगों के बारे में जानकारी देते हुए एनएचएम व एनसीडी अधिकारी डिप्टी सिविल सर्जन डा. अनिल कौशिक ने बताया कि गैर संचारी रोग जिन्हें दीर्घकालीन रोग भी कहा जाता है।
उन्होंने कहा कि गैर संचारी वह बीमारियां है, जोकि एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संचारित नहीं होती है। यह रोग लंबी अवधि व धीमी गति से शरीर पर दुष्प्रभाव डालते हैं। एनसीडी के अंतर्गत फैलने वाले चार शीर्ष रोग हद्वय रोग, कैंसर, मधुमेह व श्वसन रोग दुनिया में होने वाली कुल मौतों का 71 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि इन रोगों का फैलने का मुख्य कारण खराब जीवन शैली, असंतुलित आहार, वायु प्रदूषण, मोटापा, तनाव, तंबाकू व शराब का अधिक सेवन आदि है। लोगोंं को समय-समयपर स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम में अपने शरीर की बीपी, शुगर, वजन,बीएमआइ, ऊंचाई आदि की जांच करवानी चाहिए ताकि समय रहते बीमारी पर काबू पाया जा सके। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए लोगों को शारीरिक व्यायाम, पर्याप्त नींद, हरी पत्तेदार सब्जियां आदि का सेवन करना चाहिए। हृदय रोग व मधुमेह पीडि़त रोगी को अपने इलाज में कभी भी कोताही नही बरतनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य महानिदेशक के आदेशानुसार यह अभियान पांच सितंबर से 20 सितंबर तक मनाया जा रहा है। इस अवसर पर स्वास्थ्य निरीक्षक नरेंद्र ढांडा, संजय नागर, सीएचओ साक्षी, एएनएम हरिता, रवि ढिल्लों के अलावा आशा वर्कर संतोष व मंजू आदि उपस्थित थी।
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