Jind News : एचसीएमएसए की हडताल का नही दिखा व्यापक असर

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HCMS strike did not show widespread effect
इमरजेंसी में ओपीडी करते हुए चिकित्सक।
  • सीएमओ ने संभाली उपचार की कमान, स्वास्थ्य स्टाफ रहा अलर्ट
  • फिल्ड से बुलाया गया 20 चिकित्सकों, एसोसिएशन के चिकित्सक भी ओपीडी करते नजर आए

(Jind News) जींद। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (एचसीएमएसए) के आह्वान पर वीरवार को हडताल का ज्यादा असर देखने को नही मिला। आम दिनों की तरह ही अस्पताल में ओपीडी, इमरजेंसी व पोस्टमार्टम सेवाएं बहाल रही। हालांकि एसोसिएशन ने दावा किया कि हडताल सौ प्रतिशत रही हे जबकि अस्पतालों में मरीजों को आम दिनों की तरह ही उपचार मिलने से राहत भरी स्थिती रही। खुद सीएमओ डा. गोपाल गोयल ने उपचार की कमान संभाली और एमरजेंसी, जनरल ओपीडी, अस्पताल परिसर का हर आधे घंटे में राउंड कर ओपीडी की जानकारी ली। जिसका नतीजा यह हुआ कि आम दिनों की तरह ही कुल 1549 ओपीडी अस्पताल में हुई। एचसीएमएसए एसोसिएशन में शामिल कई चिकित्सक भी ओपीडी भी करते हुए नजर आए। अस्पताल में जनरल ओपीडी के साथ-साथ पोस्टमार्टम, एमरजेंसी सेवाएं भी बहाल रही। वीरवार को तीन पोस्टमार्टम भी चिकित्सकों द्वारा किए गए।

सीएमओ ने संभाला मोर्चा, हडताल के आह्वान पर पहले से अलर्ट था स्वास्थ्य प्रशासन

एचसीएमएस एसोसिएशन द्वारा वीरवार को हडताल के दौरान आह्वान किया गया था कि ना तो ओपीडी की जाएगी, न ही पोस्टमार्टम व इमरजेंसी सेवाओं में डयूटी दी जाएगी। ऐसे में स्वास्थ्य प्रशासन चिकित्सकों की हड़ताल को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पहले ही अपनी तैयारियों को पूरा कर लिया था। इसके लिए वैकल्पिक चिकित्सकों की ओपीडी, आपातकालीन, पोस्टमार्टम के लिए ड्यूटी लगाई गई थी। सीएमओ डा. गोपाल गोयल ने भी उपचार का मोर्चा संभाला। एमरजेंसी में मरीजों की जांच की और नर्सिंग स्टाफ को भी दिशा-निर्देश देते रहे। हडताल को देखते हुए फील्ड से 20 चिकित्सकों को अस्पताल में बुलाया गया था। इसके अलावा बीएमएस चिकित्सकों व दंत चिकित्सकों ने भी ओपीडी की कमान संभाली। वहीं एनएचएम के तहत लगे चिकित्सकों ने भी ओपीडी की।

सुबह आए कम लोग, दोपहर होते-होते पहले की तरह लगी भीड़

चिकित्सकों के हडताल के आह्वान को देखते हुए सुबह के समय बहुत कम लोग अस्पताल पहुंचे। जैसे-जैसे लोगों को पता चला कि अस्पताल में उपचार मिल रहा है और आम दिनों की तरह ही ओपीडी हो रही है तो लोगों का पहुंचना शुरू हो गया। जिसके चलते दिनभर में कुल 1549 ओपीडी दर्ज की गई। वहीं वीरवार को भी नर्सिंग स्टाफ भी मुस्तैद रहा। चिकित्सकों के साथ-साथ नर्सिंग स्टाफ भी काम करते हुए नजर आया। हालांकि पहले ऐलान किया गया था कि 25 जुलाई को नर्सिंग स्टाफ भी अपनी मांगों को लेकर हडताल पर रहेगा। आमजन की स्वास्थ्य परेशानी को देखते हुए नर्सिंग स्टाफ ने भी अपने दायित्व को निभाया।

यह है एसोसिएशन की मांगें

एचसीएमएसए के जिला प्रधान डा. बिजेंद्र ढांडा ने बताया कि डॉक्टरों की मांगों में विशेषज्ञ कैडर का गठन, केंद्र सरकार के डॉक्टरों के साथ समानता सुनिश्चित करने वाली करियर प्रगति योजना, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों (एसएमओ) की सीधी भर्ती न करना और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए बांड राशि में कमी शामिल है। पिछले कई महीनों में एसोसिएशन की विभिन्न मांगों से संबंधित बार-बार आश्वासन दिए गए लेकिन उन्हें पूरा नहीं किया गया है। इसलिए एसोसिएशन ने ओपीडी, आपातकालीन, पोस्टमार्टम सहित स्वास्थ्य सेवाओं को पूरी तरह से बंद करने का फैसला किया है। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव द्वारा आश्वासन दिया गया था कि 24 जुलाई से पहले दो मांगों सुनिश्चित कैरियर प्रगति और बांड जारी करने से संबंधित अधिसूचना जारी की जाएगी लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। इसलिए मजबूरन वीरवार को हडताल करने का निर्णय लिया गया

सीएमओ डा. गोपाल गोयल ने कहा कि आम दिनों की तरह ही अस्पताल में ओपीडी, इमरजेंसी व पोस्टमार्टम सेवाएं बहाल रही है। केवल दो चिकित्सक हडताल पर रहे हैं। अन्य चिकित्सकों ने ओपीडी आम दिनों की तरह की है। आमजन को उपचार को लेकर किसी तरह की कोई परेशानी नही आने दी गई है।

 

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