• ओलावृष्टि प्रभावित गांव के किसान पहुंचे अधिकारियों के दरबार, डीसी ने राजस्व विभाग को खराबा आंकलन के दिए आदेश
  • जिले के पचास से ज्यादा गांवों में गेहंू, सरसों तथा सब्जी फसलों को हुआ नुकसान

(Jind News ) जींद। जिले में बीती रात बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि से गेहूं, सरसों तथा सब्जियों की फसलों को नुकसान हुआ है। देर रात को गरज चमक के साथ हलकी बारिश हुई। जिसके साथ ओलावृष्टि भी हुई। जिससे कुछ गांव में फसलों तथा सब्जियों को ज्यादा नुकसान हुआ। हालांकि ओलावृष्टि ज्यादा देर नही रही लेकिन किसानों की सांसें अटकी रही। तेज हवा के चलते कुछ स्थानों पर फसलें पसर गई।

किसानों को कहना है कि सरसों को ज्यादा नुकसान हुआ है। गेहंू में बालियां आ रही और दाना बन रहा है। सरसों पकाव की तरफ है। ओलावृष्टि के कारण उनकी फसलों को काफी नुकसान हुआ है।

रात को ओलावृष्टि से गंाव खरकरामजी, चाबरी, आसन दातासिंह वाला, उझाना, नेपेवाला, बेलरखां,भाणा ब्राह्राणन, गांव सिंगावाल, खरकभूरा, उचाना, बडौदा, घोघडिया, लुदाना, मोरखी, हंसडैहर, कालवन, पीपलथा, रसीदां, सिहपुरा, बहादुरपुर, खरकड़ा, शीलाखेड़ी, रोजला, रत्ताखेड़ा, रामपुरा, हाडवा, गांगोली, धडौली, कालवा समेत आसपास के दर्जनभर गांव, उचाना के संडील बिघाना समेत दर्जनभर गांव शामिल है।

फसल खराबा की गिरदावरी करा मुआवजा की मांग की

ओलावृष्टि से प्रभावित गांव के किसानों ने डीसी के अलावा उपमंडल स्तर पर अधिकारियों से मिले। जिन्होंने फसल खराबा की गिरदावरी करा मुआवजा की मांग की है। जिस पर डीसी ने राजस्व विभाग को ओलावृष्टि से नुकसान के नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट तैयार करने केआदेश दिए हैं ताकि किसानों को मुआवजा मिल सके। बारिश के कारण तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। जिले में औसतन दो एमएम बारिश दर्ज की गई।

जींद में 2.4 एमएम, नरवाना में 2.6 एमएम, सफीदों में 2 एमएम, पिल्लूखेड़ा में 3 एमएम, अलेवा मे 2.2 एमएम, उचाना में एक एमएम, जुलाना में बंूदाबांदी दर्ज की गई। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 22 डिग्री तथा न्यूतम तापमान 12 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम में आद्रता 62 प्रतिशत तथा हवा की गति दस किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई। आकाश मबें ादलों को आवागमन लगा रहा। बंूदाबांदी के आसार भी बने रहे।

पटवारियों को नुकसान के आंकलन के आदेश दिए गए

जिला राजस्व अधिकारी राजकुमार ने बताया कि कुछ गांव के किसान ओलावृष्टि से फसला खराबा को लेकर पहुंचे थे। पटवारियों को नुकसान के आंकलन के आदेश दिए गए। जिसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। रिपोर्ट मिलने के बाद उसे आगे भेजा जाएगा। मौसम वैज्ञानिक डा. राजेश ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के चलते बूंदाबांदी तथा ओलावृष्टि हुई है। मौसम परिवर्तनशील बना हुआ है। आकाश में बादलवाई दिखाई देगी। किसान खेतों में सिंचाई से परेहज करें।

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