(Jind News ) जींद। जिला परिषद की साढ़े छह करोड़ की ग्रांट वितरण तथा विकास कार्यों की समीक्षा बैठक सोमवार को जिप अध्यक्षा मनीष रंधावा की अध्यक्षता में संपन्न हो ही गई। हालांकि जिप बैठक समय में जिप सीईओ ने पहले ही निकलने की कोशिश की तो जिप अध्यक्षा तथा पार्षदों ने उनकी गाड़ी का रास्ता रोक लिया और उन्हें बैठक में ले गए। महज आठ मिनट चली बैठक में साढ़े छह करोड़ ग्रांट वितरण के अधिकार जिप अध्यक्षा को दे दिया। जिप की बैठक में जिला परिषद अध्यक्षा समेत 12 जिप पार्षद तथा पांच ब्लॉक समिति सदस्य शामिल हुए। पूर्व में ग्रांट वितरण की बैठक चार बार स्थगित हो चुकी है। तीन बार जिप सीईओ के कार्यवश बाहर होने पर तथा एक बार कोरम पूरा न होने के कारण स्थगित हो चुकी है। विरोधी खेमे ने बैठक से दूरी बनाए रखी।
जिप सीईओ ने दस मिनट मे बैठक निपटान की बात कही
ग्रांट वितरण की बैठक के लिए सोमवार को सुबह 11 बजे समय निर्धारित किया था। जिप अध्यक्षा मनीषा रंधावा कोरम पूरा कर समर्थक पार्षदों के साथ हाल में पहुंची। जिप सीइओ डा. किरण का इंतजार करने लगे। इसी बीच सवा 11 बजे जिप सीईओ बैैठक में जाने की बजाय गाड़ी में बैठ कर निकलने लगी। भनक लगने पर जिप अध्यक्षा मनीषा रंधावा व पार्षद पोर्च में पहुंचे और गाड़ी का रास्ता रोक लिया। जिस पर जिप सीईओ गाड़ी से नीचे उतरी। जिप अध्यक्षा ने कहा कि कोरम पूरा है, सभी तैयारियां पूरी हंै। जिले में ग्रामीण आंचल के विकास कार्य प्रभावित हंै। जिस पर जिप सीईओ ने दस मिनट मे बैठक निपटान की बात कही। जिसके साथ वे बैठक में पहुंची और कार्रवाई शुरू की। जिप की बैठक महज पांच मिपट चली। जिसमें जिप के एसओ ने बजट राशि के बारे में बताया। मद 24 की पुष्टि की। जिस पर सदन में मौजूद पार्षदों ने ध्वनीमत से ग्रांट वितरण का अधिकार जिप अध्यक्षा मनीषा रंधावा को दे दिया। जनसंवाद की दो डिमांडों को पार्षदों ने खारिज कर दिया। जबकि जिप कार्यालय की डिमांड को सहमति के साथ बैठक को स्थगित कर दिया। जिप अध्यक्षा मनीषा रंधावा ने बताया कि ग्रांट वितरण की चार बार बैठक स्थगित हो चुकी थी। ग्रामीण आंचल के विकास कार्य प्रभावित हो रहे थे। बैठक में साढ़े छह करोड़ की ग्रांट वितरण का अधिकार उन्हें पार्षदों ने दिया है। जिससे विकास कार्यों में तेजी आएगी। उनके साथ पार्षदों को बहुमत है।
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