Jind News : बीते साल से अधिक मिल रहे हैं किसानों को कपास के भाव

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Farmers are getting higher prices for cotton than last year
सरकारी दुकान पर गेहूं का बीज लेने के लिए लाइन में लगे किसान।
  • प्राइवेट कपास की बोली पर 7700 पार पहुंचे कपास के भाव

(Jind News) जींद। इस साल कपास के भाव जरूर किसानों को कुछ राहत देने का काम कर रहे हंै। कपास की आवक बेशक बीते साल से कम इन दिनों हो लेकिन कपास के भाव बीते साल से अधिक किसानों को प्राइवेट कपास की बोली पर मिल रहे है। अब तक बीते साल की अपेक्षा 23 प्रतिशत के आसपास कम कपास की आवक हुई है। इस साल अब तक 19978 क्विंटल कपास मंडी आ चुकी है।

बीते साल इन दिनों तक 26243 क्विंटल आ चुकी थी। इस साल 6265 क्विंटल कपास मंडी कम आई है। इन दिनों कम से कम 7280 रुपये प्रति क्विंटल तो अधिक से अधिक 7765 रुपए प्रति क्विंटल तक भाव मिल रहे हंै। बीते साल इन दिनों कम से कम 5805 रुपये प्रति क्विंटल तो अधिक से अधिक 6995 रुपये प्रति क्विंटल तक के भाव मिल रहे थे। किसान राजू, सुलतान, बलजोर ने कहा कि इस साल भाव कपास के बीते साल से अधिक मिल रहे है। भाव आने वाले दिनों में बढऩे की उम्मीद है।

आवक कम कपास की रहने के बाद अब भाव से ही किसानों को उम्मीद है। भाव बढऩे से किसानों को आर्थिक रूप से लाभ होगा। मार्केट कमेटी सचिव संदीप कासनिया ने बताया कि बीते साल से अधिक भाव कपास के मिल रहे है लेकिन आवक बीते साल से अब तक कम हो रही है।

उचाना की सरकारी बीज की दुकान पर गेहूं का आया बीज

उचाना मंडी गेट के सामने 40 फूटा रोड पर सरकारी बीज की दुकान पर आए गेहूं के बीज को लेने के लिए आसपास के गांवों के किसान पहुंचे। यहां पर एक किसान को आधार कार्ड पर 15 बैग गेहूं के बीज के दिए जा रहे है। सुचारू रूप से यहां पर बीज की ब्रिकी जारी है। सरकारी दुकान पर प्रभारी बीज बिक्री केंद्र उचाना बलराज ने बताया कि गेहूं का बीज डीबी डब्ल्यू 303, 222, 332, डब्ल्यूएच 1270, पीबीडब्ल्यू 826 आया है।

निरंतर गेहूं के बैगों की ब्रिकी जारी है। किसान को एक बैग जो 40 किलोग्राम का है वो 1150 रुपये का दिया जा रहा है। पांच हजार से अधिक बैगों की ब्रिकी हो चुकी है। गेहूं की बिजाई के लिए किसान सरकारी दुकान पर बीज लेने के लिए आते हैं। क्योंकि बीज की गुणवत्ता बढिय़ा होने से पैदावार अधिक होती है। किसानों ने कहा कि ब्रिकी केंद्र पर उन्हें आते ही आधार कार्ड पर गेहूं का बीज मिल जाता है। ये बाजार से सस्ता होने के साथ-साथ गुणवत्ता वाला बीज है। इसलिए किसान गेहूं की बिजाई के लिए बीज की खरीद सरकारी दुकान से करते है।

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