- 23 दिसंबर को सभी जिलों में किया जाएगा विरोध प्रदर्शन
- किसानों के मामले पर कुछ नही बोल रही सरकार : अभय चौटाला
- सरकार किसानों की मांगों को जल्द करे पूरा: नरेंद्र ढांडा
(Jind News) जींद। खनौरी बॉर्डर पर किसानों की मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल को समर्थन देने के लिए खाप चौधरी और किसान नेता पहुंचे। जुलाना क्षेत्र से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता दल्लेवाल को समर्थन देने के लिए दर्जनों किसान खनौरी बार्डर पर पहुंचे।
सरकार किसानों की मांगों को जल्द से जल्द पूरा करे
किसान यूनियन के जिला उपाध्यक्ष नरेंद्र ढांडा ने कहा कि सरकार किसानों की मांगों को जल्द से जल्द पूरा करे और किसानों को न्याय देने का काम करे। ढांडा ने कहा कि एमएसपी सहित 13 मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता दल्लेवाल किसानों के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं।
प्रदेश के किसान दल्लेवाल के साथ हैं और जब तक किसानों की सभी मांगों को नही माना जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा। जुलाना क्षेत्र से दर्जनों किसान खनौरी बार्डर पर पहुंचे और सरकार के खिलाफ रोष प्रकट किया। ढांडा ने कहा कि मंडी में किसान की फसल औने पौने दामों पर खरीदी जा रही है।
लेकिन सरकार के कानों पर जुं तक नही रेंग रही है। एक ओर तो सरकार किसान हितैषी होने का ढोंग करती है तो दूसरी और किसानों पर लाठी बरसा रही है। सरकार का रवैया निंदनीय है। जब तक किसानों की मांगों को नही माना जाता तब तक जुलाना से सैंकड़ो किसान रोजाना खनौरी बार्डर पर पहुंचेंगे।
किसानों के मामले पर कुछ नही बोल रही सरकार : अभय चौटाला
सोमवार को इनेलो महासचिव अभय सिंह चौटाला ने किसान नेता से मुलाकात की और पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ना तो राज्य सरकार न ही केन्द्र सरकार और न ही विपक्षी दल किसानों के मामले कोई बात कर रहे हैं। अडानी के मामले में तो लोकसभा व राज्यसभा को चलने दे रहे हैं लेकिन किसानों के मामले में कुछ नहीं बोल रहे हैं।
किसानों की फसल ओने-पौने दामों में खरीदी गई लेकिन किसी ने भी आवाज नहीं उठाई। हरियाणा के मुख्यमंत्री तो किसानों के हक में बोलने की बजाय हंस कर बात को टालने का काम करते हैं और सफेद झूठ बोल रहे हैं कि उनकी सरकार किसानों की फसल को एमएसपी पर खरीद रही है।
धान की फसल 500 रुपये तक एमएसपी रेट से कम पर खरीदी गई है दूसरी ओर कीड़े मार दवाई नकली बिक रही है। पंजाब व हरियाणा में कांग्रेस के सांसद हैं लेकिन किसी ने भी किसानों का मुद्दा उठाया है। सिर्फ अडानी-अडानी चिल्ला रहे हैं। क्योंकि वो सोने का अंडा देने वाली मुर्गी है। चुनाव के समय ही अन्नदाता की याद आती है और उसके बाद उसको भूल जाते हैं।
23 दिसंबर को सभी जिलों में किया जाएगा विरोध प्रदर्शन
संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा की बैठक में मौजूद रहे रतन मान, जोगेंदर नैन, रणबीर मलिक ने कहा कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर किसानों पर हो रहे दमन, केंद्र सरकार द्वारा लाई गई कृषि व्यापार पर नई राष्ट्रीय नीति का विरोध करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा राष्ट्रीय आह्वान के तहत 23 दिसंबर को सभी जिलों में करेगा विरोध प्रदर्शन। भाजपा के राज्य सभा सांसद रामचंद्र जांगडा द्वारा किसान आंदोलन पर की गई बेहूदी और अपमानजनक टिप्पणी पर सांसद माफी मांगे अन्यथा किसान उनके विरोध में आंदोलन करेंगे।
एसकेएम हरियाणा केंद्र सरकार से किसान संगठनों से अविलम्ब चर्चा की मांग करता है। संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा ने स्मार्ट मीटर योजना वापस लेने, किसान आंदोलन, पराली और चुनावों के दौरान किसानों पर दर्ज किए मुकद्में रद्द करने एनीलम आजाद समेत अन्य प्रदर्शकारियों के दमन रोकने की मांग करता है।
पांच जनवरी 2025 को नरवाना में बिजली कानून और नई कृषि व्यापार नीति पर राज्य स्तरीय कन्वेंशन की जाएगी। बैठक में किसान आंदोलन के आगामी अभियान और आंदोलन की योजना बनाई है। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि भाजपा सरकार आज तानाशाही पर उतारू है।
किसान अपनी जायज मांगों को लेकर दिल्ली प्रदर्शन करना चाहते है जो कि उनका संवैधानिक अधिकार है। जिसका हनन करते हुए केंद्र और राज्य सरकार हरियाणा की सीमाओं पर पुलिसबल द्वारा जबरन रोकने, किसानों पर आंसू गैस के गोले दागने और गिरफ्तारियां करने का काम कर रही है। किसान मुद्दों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा राष्ट्रीय आह्वान के तहत 23 दिसंबर को सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे।
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