- पोस्टमार्टम कराने से किया मना, पुलिसकर्मियों से हुई बहस
- थाना प्रभारी के समझाने पर माने परिजन, शव पीजाआई रेफर
(Jind News) जींद। जिला कारागार में रविवार को हवालाती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर मृतक के परिजन नागरिक अस्पताल पहुंचे और रोष जताया। इस दौरान मृतक परिजनों की पुलिसकर्मियों से बहस भी हुई। बाद में परिजनों ने पोस्टमार्टम करने से मना कर दिया।
परिजन पुलिसकर्मियो के साथ उलझ गए। बाद में समझाए जाने पर पोस्टमार्टम कराने को राजी हो गए। नागरिक अस्पताल में विशेषज्ञ में होने के चलते बंदी के शव को खानपुर पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया। जहां पर जुडिशयल मजिस्ट्रेट की देखरेख में बंदी का पोस्टमार्टम होगा।
जेल कर्मियों द्वारा उसे नागरिक अस्पताल लाया गया
रोहतक निवासी चांद (45) साल 2021 में जीआरपी में दर्ज आत्महत्या के लिए मजबूर करने के मामले में विचाराधीन बंदी था। जो गत 21 मार्च को जमानत अवधि पूरी होने के बाद वापस जेल में लौटा था। रविवार सुबह जेल कर्मियों द्वारा उसे नागरिक अस्पताल लाया गया। जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जेल अधिकारियों का कहना है कि बंदी चांद की तबीयत सुबह बिगड़ गई थी। जिस पर उसे नागरिक अस्पताल ले जाया गया।
हर्ट की कोई दिक्कत नही
जहां पर उसकी मौत हो गई। उन्होंने आशंका जताई की चांद की मौत हृदय गति रूकने से हुई है। मौत की सूचना पाकर चांद के परिजन भी नागरिक अस्पताल पहुंच गए और चांद की मौत वर संदेह जताया और पोस्टमार्टम कराने से मना करते हुए विरोध जताया। मृतक की पत्नी चाहत ने बताया कि उसका पति गत सात मार्च को जमानत पर आया था। 21 मार्च का वह जेल के लिए ठीक-ठाक गया था। उसे हर्ट की कोई दिक्कत नही थी
जब वे मौके पर पहुंचे तो उन्हें बताया कि उसके पति को सुबह नागरिक अस्पताल लाया गया था। उसका पति अपने आप गाड़ी में बैठा था और अपने आप उतर कर अस्पताल में गया था। फिर उसके पति की मौत अचानक कैसे हो गई। मुंह से भी तैलिय पदार्थ निकला हुआ है। मामले की गहनता से जांच होनी चाहिए।
सिविल लाइन थाना प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम विशेषज्ञ न होने के कारण बंदी के शव को पीजीआई, खानपुर रेफर किया गया है। वहीं पर ज्यूडिशयल मैजिस्ट्रेट की देख रेख मे पोस्टमार्टम पोस्टमार्टम होगा।
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