- आर्य समाज में आयोजित तीन दिवसीय वैदिक सत्संग समारोह यज्ञ में डाली आहूति
(Jind News) जींद। वैदिक विदुषी आचार्या आर्याशा दर्शनाचार्या ने कहा कि प्रत्येक मनुष्य को प्रतिदिन पांच महायज्ञ अवश्य ही करने चाहिए। इन पांच महायज्ञों को करने वाला व्यक्ति जीवन में कभी दुखी नहीं रह सकता है। वैदिक विदुषी आचार्या आर्याशा दर्शनाचार्या शनिवार को आर्य समाज रामनगर में आयोजित तीन दिवसीय वैदिक सत्संग समारोह के दूसरे दिन प्रात: कालीन सभा में उपस्थित श्रोताओं को संबोधित कर रही थी।
पंच महायज्ञों के विषय में विस्तार से समझाते हुए उन्होंने कहा कि गृहस्थ आश्रम में प्रवेश करने के बाद प्रत्येक व्यक्ति को पांच श्रेष्ठ कर्म प्रतिदिन करने चाहिए। जिन्हें महर्षि दयानन्द सरस्वती ने पंच महायज्ञ कहा है। ये पांच महायज्ञ हैं ब्रह्मयज्ञ, देव यज्ञ, पितृ यज्ञ, बलिवैश्वदेव यज्ञ और अतिथि यज्ञ। हमारे घरों का वातावरण यज्ञमय होना चाहिए। हमारे ऋषि व मुनियों ने यज्ञ को संसार का सर्वश्रेष्ठ कार्य बताया है।
अनेक ग्रंथों का सार सत्यार्थ प्रकाश मानव मात्र के लिए अमूल्य धरोहर
सुख चाहने वाले प्रत्येक मनुष्य को यज्ञ अवश्य करना चाहिए। महर्षि दयानंद द्वारा रचित अमर ग्रंथ सत्यार्थ प्रकाश के विषय में बोलते हुए उन्होंने कहा कि अनेक ग्रंथों का सार सत्यार्थ प्रकाश मानव मात्र के लिए अमूल्य धरोहर है। देश के लिए अपना सर्वस्व बलिदान करने वाले अनेक नौजवानों ने सत्यार्थ प्रकाश का बार-बार अध्ययन किया और उससे प्रेरणा लेकर न केवल अपना जीवन बदला अपितु राष्ट्र को स्वतंत्र कराकर भारत मां का ऋण चुकाया।
इससे पूर्व सोनीपत से अयई आर्य जगत की भजनोपदेशिका तन्नु आर्या ने इतिहास की प्रेरक प्रसंगों का जिक्र करते हुए बताया कि हमारा इतिहास गौरवशाली रहा है। देश की संस्कृति और अस्मिता को बरकरार रखने के लिए पन्ना धाय जैसी वीरांगनाओं ने अपनी संतान तक का बलिदान कर दिया। देश के लिए महिलाओं के योगदान का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे देश की माताओं के योगदान को कभी भुलाया नही जा सकता है।
राम, कृष्ण, हनुमान, अभिमन्यु, भगत सिंह, वीर हकीकत राय जैसे महापुरुषों को खिलाने वाली माताओं की गोद धन्य
जिन्होंने धरती को स्वर्ग बनाने में अपना जीवन समर्पित कर दिया। राम, कृष्ण, हनुमान, अभिमन्यु, भगत सिंह, वीर हकीकत राय जैसे महापुरुषों को खिलाने वाली माताओं की गोद धन्य है। कार्यक्रम का प्रारंभ आचार्या आर्याशा दर्शनाचार्या के ब्रह्मत्व में वैदिक यज्ञ से हुआ। जिसमें हरिलाल आर्य तथा यज्ञवीर आर्य सपत्नीक यजमान के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम के संयोजक तथा आर्य समाज मंदिर राम नगर के उपमंत्री यज्ञवीर आर्य ने बताया कि तीन दिवसीय वैदिक सत्संग समारोह के अंतिम दिन रविवार को प्रात: आठ बजे से साढ़े दस बजे तक चलेगा।
जिसमें जिले के अतिरिक्त उपायुक्त विवेक आर्य बतौर मुख्यअतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। इस मौके पर कंवर आर्य, कर्ण सिंह आर्य, अजीत गौतम आर्य, सत्यनारायण आर्य, राजबीर आर्य, विजय आर्य, प्रचार मंत्री हरिलाल आर्य, विनीता गुलाटी, निर्मला जिंदल, कृष्ण आर्य सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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