Jind News : कर्मचारियों ने काली पट्टी बांध एनपीएस और यूपीएस का किया विरोध

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Employees protested against NPS and UPS by wearing black bands
काले बिल्ले लगा कर ओपीएस की मांग करते हुए कर्मचारी।

(Jind News) जींद। हरियाणा प्रदेश में पुरानी पेंशन के लिए पेंशन बहाली संघर्ष समिति हरियाणा के आह्वान पर कर्मचारी पिछले छह वर्षों से लगातार धरने,  प्रदर्शन, भूख हड़ताल और घेराव व रैलियां कर रहे हैं। इस वर्ष भी एक सितंबर को मुख्यमंत्री आवास घेराव का कार्यक्रम रखा गया था। परंतु आचार संहिता लगने के कारण कार्यक्रम को रद्द करना पड़ा और 25 अगस्त को अंबाला और एक सितंबर को हिसार में मंडल स्तर पर ओपीएस तिरंगा मार्च निकाला गया। अब आठ  सितंबर को रोहतक मंडल स्तरीय कार्यक्रम हेतु प्रशासन से अनुमति मिल चुकी थी लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते प्रशासन ने एक दिन पहले अनुमति रद्द कर दी।

जींद के तमाम विभागों के कर्मचारियों ने काली पट्टी बांध कर अपना कार्य किया

जिस कारण कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है। पेंशन बहाली संघर्ष समिति और ब्लॉक कार्यकारिणी की बैठक बस स्टैंड पर संपन्न हुई। जिसमें अनुमति रद्द करने बारे कर्मचारियों ने अपना विरोध जताया और राज्य कमेटी के आदेशानुसार फैसला लिया कि नौ सितंबर से 11 सितंबर तक काली पट्टी बांध कर कर्मचारी एनपीएस और यू पी एस तथा तानाशाही रवैये के विरुद्ध अपना विरोध जताएंगे। जिला प्रधान जोगेंद्र लोहान ने बताया कि जिला जींद के तमाम विभागों के कर्मचारियों ने काली पट्टी बांध कर अपना कार्य किया। जिसमें स्वास्थ्य विभाग, रोडवेज, बिजली, शिक्षा, जनस्वास्थ्य आदि सभी विभागों के कर्मचारियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनूप लाठर ने कहा कि प्रदेश में लगभग 2.90 लाख कर्मचारी और 40 हजार के करीब केंद्रीय कर्मचारी हैं। सभी कर्मचारी और अधिकारी अपने परिवारों सहित अपने लोकतांत्रिक अधिकार का उचित प्रयोग करते हुए पुरानी पेंशन के लिए ही वोट करेंगे। प्रत्येक विधानसभा अनुसार भी कर्मचारियों के 15 हजार से ज्यादा वोट बनते हैं जो हार और जीत के परिणाम को तय करने के लिए काफी हैं। 11 फरवरी 2024 को जींद में आयोजित पेंशन महासंकल्प रैली में प्रदेश के कर्मचारियों ने एक साथ वोट फॉर ओपीएस की शपथ ली थी। इसके बाद 28 जून से 13 अगस्त तक पूरे प्रदेश में काले कपड़े पहन कर आक्रोश मार्च निकाला गया। परंतु सरकार द्वारा ओ पी एस बहाली की तरफ कोई उचित कदम नहीं उठाया गया है। जिस कारण कर्मचारी आक्रोशित हैं। इस दौरान महिला विंग प्रभारी राजबाला कौशिक, अनुराधा गुप्ता, नीति सुखीजा, सुनील खटकड़, देवीलाल सहारण, दलबीर सिंह, बिजेंद्र करेला, मोहन लाल, हरीश शर्मा, सत्यवान कुंडू, विक्रम मेहरा, विकास खटकड़, सज्जन राठी, विनोद सहारण, सचिन दलाल आदि उपस्थित रहे।

 

 

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