Jind News : भारत विद्या मंदिर मिडल स्कूल में दीपावली पर्व मनाया

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Diwali festival celebrated in Bharat Vidya Mandir Middle School
श्रीराम दरबार की झांकी प्रस्तुत करते हुए बच्चे।
  • प्राइमरी के विद्यार्थियों ने श्रीराम दरबार की वनवासी व राजसी झांकी प्रस्तुत की

(Jind News) जींद। स्थानीय भारत विद्या मंदिर मिडल स्कूल में दीपावली पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर प्राइमरी के विद्यार्थियों द्वारा श्रीराम दरबार की वनवासी व राजसी झांकी प्रस्तुत की गई। जिसे देखकर सभी मंत्रमुग्ध हो गए। राजसी झांकी में राम की किरदार दीपांशु कक्षा तीसरी, लक्ष्मण की कुनाल कक्षा तीसरी, सीता की चाहत कक्षा तीसरी, वनवासी झांकी में राम की भूमिका में रोहन कक्षा तीसरीख् लक्ष्मण युवान कक्षा दूसरी, सीता की खुशी कक्षा दूसरी तथा अन्य भूमिका में हनुमान की भूमिका में मानविक कक्षा दूसरी, महालक्ष्मी की भूमिका में सीरत कक्षा चौथी, गणेश की भूमिका में राघव कक्षा चैथी ने निभाया। प्रत्येक विद्यार्थी ने इस अवसर पर राम दरबार की आरती की। इस अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए स्कूल के मुख्याध्यापक विनोद हसीजा ने बताया कि दीपावली प्रमुखतया हिंदुओं का त्योहार माना जाता है। हिंदू धर्म में अनेक संप्रदाय के लोग रहते हैं।

लोग इस त्योहार को अलग-अलग आधारों पर मनाते हैं

ये सभी लोग इस त्योहार को अलग-अलग आधारों पर मनाते हैं। भगवान राम चैदह वर्ष का वनवास काटकर इस दिन अयोध्या पधारे थे। अयोध्या वासियों ने उनके आगमन में घी के दीपक जलाकर अपनी प्रसन्नता प्रकट की थी। जैन धर्म के चैबीसवें तीर्थंकर महावीर का इसी दिन निर्वाण हुआ था। सिख भाइयों के लिए भी यह दिन बड़ी प्रसन्नता का है। इस दिन इनके छठे गुरु श्री हरगोबिन्द साहब जी 52 पहाड़ी राजाओं के साथ ग्वालियर के किले में 40 दिन नजरबंद रहकर अमृतसर पधारे थे। इसी दिन आर्य समाज के प्रवर्तक स्वामी दयानंद का निर्वाण हुआ।

इस कारण आर्य समाजियों के लिए भी यह दिन बड़ा महत्व का है। प्रसिद्ध वेदांती स्वामी रामतीर्थ का जन्म एवं देहावसान भी इसी दिन हुआ। इसका संबंध भगवान कृष्ण से भी है। उनके द्वारा किए गए नरकासुर वध के दूसरे दिन दीपावली मनाई जाती है। इस त्योहार का संबंध ऋतु के साथ भी है। इस समय से शरद् ऋतु भी आरंभ हो जाती है। दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजन से व्यापारियों के नव वर्ष का आरम्भ होता है। वे इस दिन नया बही खाता आरंभ करते हैं। दीपावली की रात बहुत सुहावनी प्रतीत होती है। इस रात में जलते हुए दीपों की कतारें अन्धकार को भगा देती है। भारत में अमृतसर और मुंबई की दिवाली प्रसिद्ध है। अत: दीपावली बुराई पर अच्छाई की विजय को सूचित करती है।