- डीएन स्कूल में मनाई नेताजी सुभाषचंद्र बोस जयंती
(Jind News) जींद। डीएन मॉडल स्कूल में महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाषचंद्र बोस का जन्मदिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। यजुर्वेद सदन की प्रभारी कमला के निर्देशानुसार बच्चों ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्म दिवस पर कविता, भाषण, लघु नाटक और गीतों के माध्यम से बच्चों में देशभक्ति की भावना का संचार किया। इस पवन अवसर पर विद्यालय के छात्र व छात्राओं के द्वारा पटियाला चौक स्थित नेता जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा का नारा दिया
इस अवसर पर विद्यालय की प्राचार्या राज रेढू ने बच्चों को बताया कि किस प्रकार नेता जी न केवल कुशल राजनीतिज्ञ थे, अपितु महान सेनापति, वीर सैनिक एवं प्रखर बुद्धि के स्वामी थे।
विद्यालय के निदेशक वीरेंद्र ढिल्लों ने भी बच्चों सम्बोधित किया कि सुभाष चंद्र बोस ही थे जिन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य को जड़ से उखाड़ फैंकने के लिए भारत के बच्चे-बच्चे को स्वतंत्रता की बलिवेदी पर अपने आप को न्योछावर करने के लिए तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा का नारा दिया। जिसकी गूंज संपूर्ण भारत में सर्वत्र दिखाई देती है। वर्तमान समय में नेता जी द्वारा किए गए महान कार्यों से सीख लेकर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देना चाहिए तभी हम सच्चे अर्थों में भारतवासी होंगे।
नेताजी सुभाष चंद्र को किया याद
शहर में स्वतंत्रता सैनानी परिवारों ने पटियाला चौक पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर पुष्पमाला अर्पित कर नेताजी सुभाष चंद्र बोस को याद किया। जिन्होनें देश को आजादी दिलवाई देश में क्रांति की लहर जागी और हमारा देश आजाद हुआ। अंग्रेजों की गुलामी से मुक्ति दिलवाने पर कभी भी भुलाया नही जा सकता।
क्रांतिकारी योद्धा देश को आजादी दिलवाते हुए अमर हुए। सभी ने हरियाणा सरकार से मांग की कि जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपनी कुर्बानियां दी और आज उन्हीं को भुलाया जा रहा है। हरियाणा में स्वतंत्रता सेनानियों को सीधे दो प्रतिशत का आरक्षण औरीजैंटल के आधार पर दिया जाए और दूसरे राज्यों की तर्ज पर कुटुंब पैंशन दी जाए।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति मिली बदहाल, जताया रोष
स्वतंत्रता सेनानी परिवार माल्यापर्ण के लिए पटियाला चौक पर पहुंचे तो यहां नेताजी की प्रतिमा को बदहाल पाया। राजीव शर्मा ने अपने खर्चे पर नेताजी सुभाष चंद्र की मूर्ति को बदहालत से सुधार के लिए रंग-रोगन व टाइल पत्थर लगवाने का कार्य शुरू करवाया।
जबकि यह कार्य जिला प्रशासन द्वारा करवाया जाना था। 15 अगस्त व 26 जनवरी पर प्रशासन बडे-बडे भाषण तो देती है लेकिन शहर के अंदर स्थापित क्रांतिकारियों, शहीदों की मूर्तियों को बदहालत में छोडा जाता है। जिससे स्वतंत्रता सेनानी परिवार जींद प्रशासन की लापरवाही पर बडा खेद प्रकट करती है। इस मौके पर ओमप्रकाश ढांडा, दयानंद, नरेंद्र मित्तल, डा. भीम सिंह, विकास बडौदा, मोतीराम, अशोक मित्तल, मा. सुरेंद्र जागलान, राजीव शर्मा आदि उपस्थित रहे।
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