Jind News : भगवान शिव का जलाभिषेक श्रद्धालुओं ने मांगी मन्नतें

0
80
Devotees prayed for Lord Shiva's Jalabhishek
जयंती देवी मंदिर में भगवान शंकर का जलाभिषेक करते हुए श्रद्धालु।
  • सावन भगवान शिव का प्रिय माह : नवीन शास्त्री

(Jind News) जींद। जिलेभर में शुक्रवार को सावन माह की शिवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया गया। मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। शहर के ऐतिहासिक जयंती देवी मंदिर, प्राचीन भूतेश्वर मंदिर, नव दुर्गा मंंिदर, भूतेश्वर नाथ मंदिर, हरि कैलाश मंदिर, बनखंड महादेव मंदिर, ठिठारी महादेव मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों में बड़ी संख्या में शिवभक्तों ने भगवान आशुतोष शंकर को जलाभिषेक किया। जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की सुबह से ही मंदिरों के बाहर लंबी लाइनें लगनी शुरू हो गई थी। बम-बम भोले के जयकारों से मंदिर परिसर गुंजायमान रहे। जलाभिषेक का क्रम पूरा दिन जारी रहा। सुरक्षा की दृष्टि से मंदिरों में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती रही। श्रद्धालुओं ने बेलपत्र, दूध व गंगा जल, पंचमेवा भगवान को समर्पित किया और मंगल कामना की। दोपहर तक मंदिर में पहुंचने वालों का तांता लगा रहा। जलाभिषेक को लेकर श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न आए, इसे लेकर मंदिर प्रबंधन कमेटियों ने वालेंटियरों की डयूटियां लगाई हुई थी।

जयंती देवी मंदिर में हुआ रूद्राभिषेक, सुखद जीवन की कामना की

शहर के महाभारतकालीन जयंती देवी मंदिर में शुक्रवार को चार पहर की पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया। इसमें हजारों लोगों ने रूद्राभिषेक कार्यक्रम में शिरकत की। पुजारी नवीन कुमार शास्त्री के सान्निध्य में साबूत दाना की खीर और पकोड़े प्रसाद के तौर पर वितरित किया गया। उन्होंने क्षेत्रवासियों के जीवन में खुशहाली लाने की कामना करते हुए कहा कि महाशिव व्रत कल्याणकारी मनोरथों को पूर्ण करने वाले, अरोग्य देने वाले व मोक्ष का दाता हैं। उन्होंने कहा कि धार्मिक आयोजनों में शिरकत करने से जिस सुखद की अनुभूति होती हैं, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। पुजारी नवीन कुमार शास्त्री ने कहा कि कहा कि धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होने से व्यक्ति में साकारात्मक ऊर्जा का संचार होता हंै। जयंती देवी मंदिर के पुजारी नवीन शास्त्री ने कहा कि शिवभक्त फाल्गुन माह की शिव रात्रि के बाद सावन माह की शिवरात्रि का विशेष तौर पर इंतजार करते हैं। क्योंकि भगवान शिव को प्रिय सावन की शिवरात्रि की महिमा अलग होती है। सावन माह की शिवरात्रि का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है कि इसदिन भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करना पुण्य कारक माना गया है। मंदिर में शिवलिंग के रूद्राभिषेक के दौरान हर-हर महादेव के जयकारों से माहौल गूंजायमान हुआ।

 

 

यह भी पढ़ें: Bhiwani News : 16 अगस्त तक किसान करवाएं अपनी खरीफ फसल का बीमा

यह भी पढ़ें: Jind News : निजी कालेज बस की टक्कर से घायल युवक ने पीजीआई में तोड़ा दम

यह भी पढ़ें: Jind News : सावन शिवरात्रि पर आज श्रद्धालु करेंगे भगवान शिव का अभिषेक