- (सरकारी महाविद्यालय) सेवा सुरक्षा की तर्ज पर रोजगार की गारंटी की करी मांग
(Jind News) जींद। चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय के अनुबंधित सहायक प्राध्यापकों ने मंगलवार को मांगों को लेकर डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा, उचाना विधायक देवेंद्र अत्री को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से अनुबंधित सहायक प्राध्यापकों ने एक्सटेंशन लेक्चर (सरकारी महाविद्यालय) सेवा सुरक्षा की तर्ज पर रोजगार की गारंटी की मांग की।
अनुबंधित सहायक प्राध्यापक डा. जसमेर सिंह, डा. अरुण कुमार, डा. कृष्ण देशवाल, डा. कविता, डा. भावना, डा. अंजू, डा. मंजू, संदीप सांगवान, डा. अतुल सहारण ने बताया कि उनका चयन विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा निर्धारित सभी पात्रता शर्तों एवं चयन प्रक्रिया के मापदंड जैसे विज्ञापन तथा गठित चयन समिति द्वारा साक्षात्कार इत्यादि को पूर्ण करके विधि सम्मत ही किया गया है। इसके अतिरिक्त यूनिवर्सिटी में कार्यरत नॉन टीचिंग के कच्चे एचकेआरएन के कर्मचारियों व टीचिंग में 50 हजार रुपये से कम मासिक वेतन वाले पूरे हरियाणा के एक लाख 20 हजार अनुबंध कर्मचारियों को नायब सरकार ने इसी विधानसभा सत्र में हरियाणा अनुबंध कर्मचारी सेवा सुरक्षा बिल लाकर सेवा सुरक्षा 58 वर्ष तक सेवानिवृति तक कानून बना दिया है।
यूनिवर्सिटी के अनुबंध असिस्टेंट प्रोफेसरों को भी रोजगार की गारंटी दें
केवल यूनिवर्सिटी के 1500 अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसरों को सेवा सुरक्षा नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि हरियाणा यूनिवर्सिटीज कांट्रैटचुअल टीचर्स एसोसिएशन (हुकटा) वैधानिक प्राधिकरण के अंतर्गत हरियाणा के सभी विश्वविद्यालयों में लंबे समय से कार्यरत करीब 1500 अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसरों को नियमित होने तक सेवा की सुनिश्चितता एक्सटेंशन लेक्चरर की तरह रोजगार की गारंटी दी जानी चाहिए। विधानसभा सत्र में एनके रोजगार सुरक्षित करने के वायदे की याद दिलाई।
प्रतिनिधिंमंडल ने कहा कि यूनिवर्सिटी के अनुबंध असिस्टेंट प्रोफेसरों का भी रोजगार की गारंटी दें। जब तक उनका रोजगार सुरक्षित नहीं होता है तब तक किसी भी यूनिवर्सिटी के शिक्षक कर्मचारी का रोजगार नहीं जाना चाहिए। डिप्टी स्पीकर डॉण् कृष्ण मिढा् एवं श्री देवेंद्र अत्री ने भरोसा दिलाया कि किसी का भी रोजगार नहीं छूटेगा। विधानसभा सत्र में हरियाणा एक्सटेंशन लेक्चरर सेवा की सुनिश्चितता, महाविद्यालयों के 2016 एक्सटेंशन लेक्चरर के लिए पेश कर दिया गया है। डिप्टी स्पीकर व उचाना विधयक ने वादा किया कि हम विधानसभा सत्र के बाद हरियाणा के सभी विश्वविद्यालयों में कार्यरत 1500 अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसरों को भी नियमित होने तक सेवा की सुनिश्चितता एक्सटेंशन की तरह रोजगार की गारंटी करेंगे।
प्रोफेसरों की सेवा सुरक्षा लागू करने के लिए सकारात्मक कार्यवाही करने का पत्र भी जारी किया गया
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालयों से संबंधित महाविद्यालयों के एक्सटेंशन लेक्चरर और विश्वविद्यालयों के अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसरों दोनों की समान योग्यताएं (यूजीसी नेट व पीएचडी), समान वेतन 57,700 रुपये एवं समान ही उच्च शिक्षा विभाग हैं तो सेवा सुरक्षा बिल भी एक समान इसी विधानसभा सत्र में आना चाहिए था लेकिन इस बिल में नहीं आता है तो चार वर्ष पहले महानिदेशक उच्च शिक्षा ने हरियाणा के विश्वविद्यालयों के सभी कुलपतियों को अनुबंध आधार पर कार्यरत अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसरों की सेवा सुरक्षा लागू करने के लिए सकारात्मक कार्यवाही करने का पत्र भी जारी किया गया था।
अब पुन: विभाग निर्देश दे कि एक्सटेंशन लेक्चरर की तर्ज पर विश्वविद्यालय की कार्यकारिणी परिषद में इसे लागू करना चाहिए। जिससे यूनिवर्सिटीज की स्वायत्तता भी बनी रहेगी और सबके रोजगार भी सुरक्षित हो जाएंगे। क्योंकि हम में से ही बहुत से अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसर लंबे समय से नियमित होने तक सेवा सुरक्षा की प्रतीक्षा करते हुए अपने भर्ती में आवेदन करने की आयु सीमा को भी पार चुके हैं।
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