- अस्पताल के शौचालय में ना सफाई है, ना दरवाजे, कार्यवाहक सीएमओ को सौंपा ज्ञापन
(Jind News) जींद। माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के आह्वान पर सोमवार को नागरिक अस्पताल में जनसमस्याओं को लेकर धरना दिया गया। धरने की अध्यक्षता जिला कमेटी सदस्य राजेश कुमार व संचालन सचिव संदीप जाजवान ने किया। धरने के बाद का जन समस्याओं के समाधान का ज्ञापन कार्यवाहक सीएमओ डॉ. पालेराम कटारिया को सौंपा गया। धरने को संबोधित करते हुए रमेश चंद्र ने कहा कि अस्पताल में जन सुविधाओं का बहुत बुरा हाल है।
शौचालय में ना सफाई है, ना दरवाजे
अस्पताल के शौचालय में ना सफाई है, ना दरवाजे हैं और ना ही इन शौचालयों में पानी का प्रबंध है। प्रदेश में सार्वजनिक स्वस्थ्य सेवाओं का सरकार द्वारा जानबूझकर भ_ा बैठाया जा रहा है। जिला सचिव कपूर सिंह ने बताया कि नागरिक अस्पतालों में डॉक्टर और पैरामेडिकल के पद थोक में खाली पड़े हैं। जींद जिला तो कई महीनों से बिना सिविल सर्जन के ही चल रहा है। अकेले नागरिक अस्पताल जींद में 30 पद डॉक्टरों के खाली पड़े है व विशेषज्ञ डॉक्टरों की भारी कमी है।
इसी तरह वार्ड अटेंडेंट, सफाई कर्मचारियों तथा अन्य सहायक स्टाप के बड़ी संख्या में पद खाली पड़े हैं। वैसे तो प्रदेश सरकार गर्भवती महिलाओं का मुफ्त इलाज का दावा करती है लेकिन जींद के किसी भी नागरिक अस्पताल में अल्ट्रासॉउंड मशीन को चलाने वाले डॉक्टर नहीं हैं। लोगों को मजबूरी में प्राइवेट अस्पताल की ओर रुख करना पड़ता है। जहां ओपीडी फीस ही आम जनता के बस से बाहर है।
आम जनता के काबू के बाहर की बात
प्राइवेट डॉक्टर बगैर जरुरी जांच भी जानबूझकर करवाते हंै जो आम जनता के काबू के बाहर की बात है। संदीप ने कहा कि आयुष्मान कार्ड के नाम पर फ्री इलाज का ढिंढोरा पीटा जा रहा है जबकि सच्चाई है कि आयुष्मान कि आड़ में प्राइवेट अस्पतालों को जनता का पैसा लूटने की छूट दी गई है।
अगर यह पैसा सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च कर दिया जाए तो सभी नागरिकों को मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा सकती है। धरने को प्रकाश चंद्र, रणधीर सिंह, आजाद पांचाल, मंगतराम शास्त्री, बारू राम आदि ने संबोधित किया।
यह भी पढ़ें : Jind News : सर्व कर्मचारी संघ ने जिला मुख्यालय पर चलाया बजट सत्र