- मजदूरों के ब्लॉक किए गए पंजीकरण बहाल करने की मांग
(Jind News) जींद। सरकार द्वारा हजारों निर्माण मजदूरों के पंजीकरण को ब्लॉक करने के रोष स्वरूप शुक्रवार को दूसरे दिन भी अनिश्चितकालीन धरना जारी रहा। धरने पर ईगराह ओर पोंकरीखेड़ी के निर्माण के मजदूर व कारीगर बैठे। धरने को संबोधित करते हुए प्रधान, कश्मीर सिंह, जिला सहसचिव राधेश्याम ने कहा कि अकेला जींद जिले में 32 हजार हजार पंजीकरण ब्लॉक कर दिया।
सरकार इन पंजीकरण को बहाल नही करती तब तक आंदोलन जारी रहेगा
इन ब्लॉक किए गए पंजीकरण को बहाल करने की मांग की। जब तक सरकार इन पंजीकरण को बहाल नही करती तब तक आंदोलन जारी रहेगा और मोहल्ला और गांव स्तर पर भाजपा सरकार और हरियाणा के श्रम मंत्री का पुतला दहन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार का भ्रष्टाचार खुल कर सबके सामने आया है लेकिन भ्रष्टाचार कि सजा निर्माण मजदूरों को अपना पंजीकरण रद्द करवाने के रूप में भुगतनी पड़ी है।
32 हजार मजदूरों का पंजीकरण ब्लॉक कर दिया
यूनियन लंबे समय से बोर्ड से मिलने वाले लाभ व 90 दिन की वेरिफिकेशन में फैले भ्रष्टाचार को उजागर करती रही है। विभाग की ओर से अधिकारियों व भ्रष्टाचार करने वालों पर कार्यवाही करने की बजाए कल्याण बोर्ड से अकेले जींद जिले के 32 हजार मजदूरों का पंजीकरण ब्लॉक कर दिया है।
एक झटके में 32 हजार निर्माण के मजदूरों को बोर्ड से मिलने वाले लाभ से वंचित कर दिया है, जो सीधे तौर पर मजदूरों के अधिकार पर हमला है। जिसके कतई सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने मांग की कि रद्द किए गए सभी निर्माण मजदूरों के पंजीकरण बहाल किए जाएं तथा भ्रष्टाचार करने वालों पर कार्रवाई की जाए। 90 दिन की तस्दीक का अधिकार यूनियनों को दिया जाए। ऑनलाइन के बाद करप्शन बढ़ा है इसलिए मजदूरों को सभी तरह के लाभ ऑफलाइन दिए जाएं।
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