- लोगों ने जताया रोष, कार्रवाई की मांग
(Jind News) जींद। दस दिन पहले जिला नगर योजनाकार विभाग द्वारा कैथल रोड पर जिन अवैध निर्माणों पर जरा सा पीला पंजा चला ढहाने का काम किया था, वहां फिर से निर्माण कार्य शुरू हो गए हैं। जब यह कार्रवाई हई थी तब भी जिला नगर योजनाकार विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठे थे। ऐसे में जिन लोगों के निर्माण ढहाए गए थे उनका कहना है कि जब उनके निर्माण शुरू हैं तो उन्हें भी निर्माण की इजाजत दी जाए।
कैथल रोड स्थित सतीश ठेकेदार, कर्मबीर अहलावत, जयदीप, शीलू, तरूण कटारिया, पारस सहित अन्य लोगों ने बताया कि उनकी कैथल रोड पर कृषि की जमीन है और यहां पर कुछ लोग खेती कर रहे हैं तो कुछ ने पंक्चर की दुकान, चाय की दुकान का खोखा रखा हुआ है। एकाध ने टेंपरेरी ढाबा बनाया गया है तो गोशाला के लिए तूड़ी का स्टॉक की खातिर टीन से स्ट्रक्चर बनाए हुए थे।
दस दिन पहले जिला नगर योजनाकार विभाग की टीम ने जेसीबी की सहायता से उनके स्ट्रक्चर, चार दीवारी, खोखे तोड़ डाले थे। तब ीाी पीडि़तों ने जिला नगर योजनाकार विभाग की कार्रवाई पर सवाल उठाए थे ओर कहा था कि रसूखदारों के निर्माणों को छोड़ दिया गया। कुछ पर जरा सी कार्रवाई की। जबकि उनके निर्माणों को पूरी तरह से तहस-नहस किया।
अवैध निर्माणों का किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही किया जाएगा : डीटीपी अंजू
ऐसे में इन लोगों ने कहा है कि या तो उन्हें भी फिर से निर्माण की इजाजत दी जाए या फिर सबके लिए एकसमान कार्रवाई की जाए। डीटीपी अंजू का कहना है कि अवैध निर्माणों का किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही किया जाएगा। बिना लाइसेंस, सीएलयू या विभागीय एनओसी के किसी भी कॉलोनी का विकास गैरकानूनी है और इस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
रवेन्यू एस्टेट जलालपुर खुर्द खसरा नंबरों 39//6,7/1,15/2 खेवट न. 33 में अवैध निर्माण कार्य किया जा रहा है। प्रशासन की ओर से यह भी निर्देश जारी किए गए हैं कि जिन खसरा नंबरों में अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही है वहां किसी भी प्रकार की रजिस्ट्री, बिक्री अनुबंध, पूर्ण भुगतान अनुबंध या पावर ऑफ अटॉर्नी जारी न की जाए। प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अवैध कॉलोनी में भूखंड खरीदने से पहले उसकी पूरी जांच व पड़ताल कर लें अन्यथा उन्हें आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता है।
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