- बीती रात बारिश के साथ तेज आंधी से पेड़ व खंभे टूटे, कई स्थानों पर बिजली रही गुल, शनिवार दोपहर को हुई बहाल
- मौसम के बदले तेवरो ने किसानो को परेशानी मे डाला
(Jind News) जींद। इस समय मेंडियों में हजारों क्विंटल गेहूं खुले में पड़ी है। बीती रात बारिश के साथ चली धूल भरी आंधी के बाद शनिवार को भी आकाश में बादलों के साथ धूल जमा दिखाई दी। जिसके चलते आंधी के आसार भी बने रहे। शनिवार को दिन का आगाज आकाश में छाए हलके बादलों के साथ हुआ। दिन चढऩे के साथ मौसम का मिजाज गर्म होता चला गया। दोपहर बाद मौसम ने फिर से करवट ली और आकाश में बादलो के साथ धूल भी जमा दिखाई दी। जिसने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें ला दी।
मौसम में आद्रता 23 प्रतिशत तथा हवा की गति 13 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई
शनिवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 23 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम में आद्रता 23 प्रतिशत तथा हवा की गति 13 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार मौसम में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। तापमान मे मामूली गिरावट आएगी। बीती रात बारिश के साथ चली तेज आंधी से कुछ स्थानों पर पेड़ टूट तथा बिजली के खंभे टूट कर गिर गए। होर्डिंग तथा फ्लैक्स उखड़ गए।
बिजली भी गुल हो गई। कुछ स्थानों पर तो शनिवार दोपहर बिजली बहाल हो पाई। मंडियों में खुले में पड़ी गेहंू भी भीग गई। बीती रात जिले में नरवाना तथा अलेवा मे तीन-तीन एमएम बारिश, पिल्लूखेड़ा में दो एमएम, सफीदों में एक एमएम, जींद तथा उचाना मे बंूदाबादी दर्ज की गई। गेहंू कटाई का सीजन चरम है। मंडियों में गेहूं की आवक तेजी से हो रही है। ऐसे हालात में मौसम कृषि कार्यों में खलल डाल रहा है।
किसान अपनी फसलों को तेजी से समेटने की कोशिश कर रहा
पिछले दिनों हुई बारिश ने कृषि कार्यों पर ब्रेक लगा दिए थे। किसान अपनी फसलों को तेजी से समेटने की कोशिश कर रहा है। अब फिर मौसम खतरा बन कर मंडराने लगा है। किसानों का कहना है कि अब बारिश फसलों के लिए नुकसानदायक है। मौसम वैज्ञानिक डा. राजेश ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के असर के चलते मौसम परिवर्तनशील बना हुआ है। तापमान में हलकी गिरावट आएगी। किसान मौसम को ध्यान मे रख कर कृषि कार्य करें।
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