- शिक्षा मंत्री भारत माता वंदना, वैदिक मंत्रों की अर्थ सहित फोटो एवं मां दुर्गा की आरती भेंट की
(Jind News) जींद। रामनवमी एवं नवरात्रों के पावन अवसर पर सेक्टर आठ निवासी 16 वर्षीय भार्गव ने अपने पिता के साथ पानीपत में शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा से उनके निवास स्थान पर मुलाकात की। भार्गव ने शिक्षा मंत्री को अपने हाथ से लिखी हुई वैदिक मंत्रों की अर्थ सहित फोटो एवं मां दुर्गा की आरती और भारत माता की वंदना भेंट की।
शिक्षा मंत्री ने भार्गव की लेखन कला और भारतीय सनातन संस्कृति को बढ़ावा देने और उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सराहना की और उन्होंने भार्गव के उज्जवल भविष्य की कामना की तथा जीवन में आगे बढने का आशीर्वाद दिया। भार्गव को इससे पहले जिला प्रशासन, एवं राज्यपाल एवं विभिन्न सामाजिक संस्थाओं द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है।
नवरात्रों मे घर-घर माता दुर्गा की हस्तलिखित आरती एवं वैदिक मंत्रों की फोटो वितरित की
भार्गव ने बताया की उन्होंने अपने परिवार के सहयोग से इन नवरात्रों मे घर-घर माता दुर्गा की हस्तलिखित आरती एवं वैदिक मंत्रों की फोटो वितरित की ताकि पूरा परिवार नवरात्रों मे एक साथ बैठ कर मां दुर्गा की आराधना कर सके और यह कार्य वो पिछले पांच वर्षों से कर रहे हैं। वो महान भारतीय सनातन संस्कृति को घर-घर पहुंचाने के लिए अपनी तरफ से छोटा सा प्रयास कर रहे हैं।
भार्गव ने कहा कि वे किसी भी शुभ अवसर पर अपने प्रियजनों एवं मित्रों को सनातन संस्कृति से जुड़ा हुआ चित्र अथवा स्मृति चिन्ह अवश्य भेंट करते हैं। अन्य सभी को भी इसका अनुसरण करने के लिए कहते हैं ताकि सभी का भारतीय सनातन संस्कृति से जुड़ाव बढ़े और हमारा भारत देश पुन: विश्वगुरु बने।
मात्र आठ वर्ष की उम्र से लिखना शुरू की लेखनी
भार्गव के पिता नरेश कुमार अध्यापक हैं और मां रेखा ग्रहणी हैं। नरेश कुमार बताते हैं कि जब भार्गव पांच वर्ष के हुए और उसने लिखना शुरू किया तो उसकी लिखावट अन्य बच्चों से अलग थी। जैसे-जैसे भार्गव बड़ा हुआ तो लिखावट ओर भी सुंदर होती चली गई। पिछले पांच वर्ष से भार्गव हर शुभ कार्य के लिए अपनी लेखनी से वैदिक मंत्रों के अलावा सनातन संस्कृति को बढावा देने के लिए लेख लिख रहे हैं।
भार्गव ने बताया कि वो मकान के मुहुर्त, विवाह समारोह, वैदिक मंत्र, भगवान श्री राम स्तुति, गुरू मंत्र, कल्याण मंत्र, भगवान गणेश मंत्र, मां दुर्गा स्तुति, भगवान शंकर स्तुति, मां दुर्गा आरती, मां सरस्वती वंदना, देशभक्ति गीत, भगवान धनवंतरी की स्तुति, हनुमान चालीसा, हनुमान मंत्र स्वयं अपने हाथ से रंगीन पेन के माध्यम से लिखते हैं। बाकायदा इन्हें फ्रेम में जुडवाते हैं। फिर घर-घर जाकर या सामूहिक कार्यक्रमों वितरित करते हैं।
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