- नशाबंदी की राष्ट्रीय नीति बनाए केंद्र सरकार : स्वामी आदित्यवेश
- मानसिकता बदलने से बचेंगी बेटियां : पूनम आर्या
(Jind News) जींद। स्वामी दयानंद पार्क में रविवार को महान समाज सुधारक ओर आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती की 200वीं जन्म जयंती तथा अमर शहीद रामप्रसाद बिस्मिल व स्वामी स्वामी श्रद्धानंद की स्मृति में प्रांतीय आर्य महासम्मेलन का आयोजन किया गया। महासम्मेलन की अध्यक्षता सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा नई दिल्ली के प्रधान स्वामी आर्यवेश ने की जबकि संयोजन प्रांतीय नशाबंदी परिषद हरियाणा के प्रधान स्वामी रामवेश ने किया।
सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा नई दिल्ली के प्रधान स्वामी आर्यवेश ने कहा कि देश की आजादी के आंदोलन में आर्य समाज व ऋषि दयानंद के सिपाहियों के सर्वाधिक योगदान रहा है। गुरु विरजानंद, स्वामी श्रद्धानंद, लाला लाजपत राय, अजीत सिंह, शहीदे आजम भगत सिंह, रामप्रसाद बिस्मिल जैसे संैकड़ों क्रांतिकारियों की प्रेरणा से लाखों लोगों ने अपने आप को आजादी की बलिवेदी पर आपको आहूत कर दिया।
स्वामी आदित्यवेश ने केंद्र सरकार से देश में पूर्ण नशाबंदी लागू करने की मांग की
उसी का परिणाम है कि आज पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। सार्वदेशिक आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी आदित्यवेश ने केंद्र सरकार से देश में पूर्ण नशाबंदी लागू करने की मांग की। उन्होंने प्रधानमंत्री से नशाबंदी की राष्ट्रीय निति बनाने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि जब गुजरात व बिहार में शराब बंद हो सकती है तो पूरे देश में क्यों नही। आर्य समाज द्वारा संचालित बेटी बचाओ अभियान की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम आर्या ने कहा कि बेटियां नारे बदलने से नही मानसिकता बदलने से बचेंगी।
आज बेटियों के नाम पर विभिन्न नारे बोले जा रहें हैं लेकिन उसके बावजूद भी लड़कियों के प्रति विकृत मानसिकता कम नही हुई। आज भी लड़की को दूसरे दर्जे का माना जाता है। आज भी छेड़छाड़ की घटनाएं, दहेज उत्पीडऩ आदि घटना आम बात है। प्रवेश आर्या ने कहा कि हमारा प्रयास केवल लिंगानुपात के आंकड़े सुधारना नही बल्कि लड़कियों के प्रति मानसिकता व व्यवहार को बदलना है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री व वर्तमान विधायक स्वामी ओमवेश ने ने कहा कि नशा समाज पर कलंक है। इसके विरुद्ध आर्य समाज की मुहिम महत्वपूर्ण है।
सरकार को आर्य समाज का साथ देना चाहिए। कार्यक्रम के संयोजक नशा बंदी संघर्ष समिति के प्रधान स्वामी रामवेश ने कहा कि हरियाण में जिलास्तर पर शराब बंदी समिति भी बनाई जाएंगी। जो लोगों को जागरूक करने का अभियान तेज करेंगी तथा गांव में ठेके ना खोलने के लिए जागरूक करेंगे। प्रस्ताव पास करवा कर व हस्ताक्षर करवाकर सरकार के पास भेजेंगे। हैदराबाद से पहुंचे मुख्यअतिथि सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा के महामंत्री प्रो. वि_ल राव आर्य ने कहा कि आज राजनीती में नैतिक मूल्य खत्म होते जा रहे हैं।
आर्य समाज प्रारम्भ से ही देश का एक सजग प्रहरी रहा
जिनको दोबारा स्थापित करना है। देश को परिवर्तित करने का सबसे सबल माध्यम राजनीती है। यदि वो सिद्धांतों व आदर्शों की राजनीती हो तो। उन्होंने कहा कि आर्य समाज प्रारम्भ से ही देश का एक सजग प्रहरी रहा है। इंडस स्कूल के निदेशक सुभाष श्योराण ने कहा कि आर्य समाज देश मे जागरूकता का निरंतर अभियान चला रहा है। जिसमें वो हमेशा सहयोग करेंगे। आज युवाओं को शिक्षा के साथ संस्कार देने की जरूरत है। लोकशक्ति मंच हरियाणा के प्रधान धर्मबीर सरपंच ने कहा कि समाज में सबसे ज्यादा जरुरत आज युवाओं के निर्माण की है लेकिन दुर्भाग्य है कि कोई भी राजनीतिक व सामाजिक दल इस और प्रयास नही कर रहा।
रणधीर रेढू एडवोकेट ने कहा कि आर्य समाज ने युवाओं के निर्माण की पहल की हुई है। जिसमें सभी को सहयोग करना चाहिए। इस सम्मलेन में बिजनौर के कुलदीप आर्य, उचाना के सुनील शास्त्री ने भजन प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का संयोजन तथा संचालन जगफूल ढिल्लो ने किया। इस अवसर पर इंद्रजीत आर्य, मा. देवेन्द्र सहारन, करणसिंह आर्य, सज्जन राठी, देवेंद्र, महिपाल ढिल्लो, सूरजमल सिंह आर्य, सत्यवीर आर्य, अशोक वर्मा, रामपाल, केवल आर्य, रघुबीर बूरा, जगबीर पांचाल, बिजेंद्र आर्य, रामनिवास बूरा, सुरेश शर्मा आदि ने अपने विचार रखे।
प्रांतीय आर्य सम्मेलन के अवसर पर आर्य समाज की ओर से आर्य कार्यकर्ताओं का सम्मान किया गया। जिनमें सतपाल कुंडू, सूरतसिंह, रामधारी खटकड़, दयानंद अहिरका, देवेंद्र पांचाल, बिजेंद्र घोघडिय़ा, सूबे सिंह खोखरी, सतपाल जाजवान, सुदेश कुमारी मुख्य रहे।
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