Jind News : उचाना को छोड़ जिले में अभी तक नही बनी कोई महिला विधायक

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Apart from Uchana, no woman MLA has been elected in the district till now
जींद जिला के उचाना से पहली महिला विधायक बनी प्रेमलता। 
  • वर्ष 2019 में उचाना से प्रेमलता ने विधायक बन खिलाया था पहली बार कमल
  • विनेश फौगाट प्रतिद्वंदी प्रत्योशियों को कर पाती है चित या नही, आने वाला समय बताएगा

(Jind News)जींद। जींद की राजनीति की बात की जाए तो यहां की राजनीति पुरूषों के ईर्द -गिर्द ही घूमती रही है। वर्ष 2019 में उचाना से पूर्व मंत्री बीरेंद्र सिंह की पत्नी प्रेमलता ने विधायक बन जींद का यह सूखा तोडऩे का काम किया था। अब जुलाना से कांग्रेस ने विनेश फौगाट को अपनी प्रत्याशी बनाया है। अब यह तो समय ही बताएगा कि जुलाना का मतदाता विनेश को अपना प्रतिनिधित्व बना कर विधानसभा भेजता है या नही। फिलहाल उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार बन 86 नामांकन करने वाले उम्मीदवारों को तो पटखनी दी हुई है। जींद, जुलाना, सफीदों व नरवाना से अभी तक कोई महिला विधायक नही बनी है। महिलाओं को पंचायती राज संस्थाओं में बेशक पचास प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था भले ही केंद्र सरकार ने की हुई है लेकिन जींद जिले के सभी पांच विधानसभा क्षेत्रों मे उचाना से ही प्रेमलता विधानसभा पहुंची हैं।

कई महिलाओं ने आजमाई है किस्मत :

वर्ष 1982 के विधानसभा चुनाव से लेकर वर्ष 2005 के चुनाव तक कई महिलाओं ने जींद जिले से विधायक बनने के लिए चुनाव मैदान में उतरी थी। इन चुनावों में एकाध महिला को छोड़ दें बाकि अपनी जमानत भी नहीं बचा पाई थी। वर्ष 1982 में जींद विधानसभा क्षेत्र से जानकी देवी आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव में उतरी थी। विधायक बनना तो दूर की बात रही, उनको मात्र 375 मत प्राप्त हुए थे। नरवाना में भी रणबीर कौर भी चुनाव मैदान मेंं कूदी थी लेकिन मत मिले 509। जींद विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 1987 में जानकी देवी फिर से आजादी प्रत्याशी बनी और मत केवल 50 मिले। वर्ष 1991 के चुनाव में नरवाना विधानसभा से राष्ट्रीय पार्टी भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार के रूप में रणबीर कौर चुनाव में उतरी और उसको मत 1548 मत मिले थे। इसी विधानसभा क्षेत्र से शरदा देवी को 70 तथा जींद विधानसभा क्षेत्र की जानकी देवी को 22 मत मिले थे। वर्ष 1996 में सफीदों विधानसभा क्षेत्र से जनहित मोर्चा पार्टी की उम्मीदवार के रूप में हेमलता को 4742 तथा यहीं से निर्दलीय उम्मीदवार बलजीत कौर 93 मत हासिल हुए थे। जींद विधानसभा से रजनी देवी निर्दलीय प्रत्याशी को 42 तथा छोटो देवी निर्दलीय को 20 तथा निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में रानी बलबीर कौर को 109 मत मिले थे। वर्ष 2000 के आम चुनाव में तो जिलेभर से कोई भी महिला चुनाव मैदान में नही थी। 2005 के चुनाव में तीन महिलाएं अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों से विधायक बनने के लिए मैदान में उतरी थी।

उचाना की मीना देवी निर्दलीय को 1398 मत मिले थे राजौंद से बीजेपी की उम्मीदवार 8295 तथा जींद विधानसभा क्षेत्र से इंद्रजीत कौर को 3171 मत मिले थे। वर्ष 2005 में हुए चुनाव में उचाना विधानसभा क्षेत्र से छात्रा सुमन कुमारी चुनाव मैदान में थी लेकिन उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2014 में उचाना विधानसभा से प्रेमलता विधायक बनी थी और उन्होंने दुष्यंत चौटाला को हराया था। उन्होंने 7480 मतों से जीत हासिल की थी। वर्ष 2019 में भी मुकाबला प्रेमलता व दुष्यंत चौटाला के बीच था लेकिन इस चुनाव में प्रेमलता को हार का सामना देखना पड़ा। उचाना से दुष्यंत चौटाला जजपा पार्टी से विधायक बने थे। अब 2024 विस चुनाव में कांग्रेस ने रेसलर विनेश फौगाट पर विश्वास जताया है। अब यह समय ही बताएगा कि राजनीति की बिसात में विनेश अपने प्रतिद्वंदियों को चित कर पाती है या नही।

 

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