(Jind News )जींद। खेतों में बिजली सप्लाई नियमित रूप से नहीं आने से गुस्साए किसानों द्वारा दिल्ली पटियाला हाइवे पर खरकभूरा चौक पर खरकभूरा, सफा खेड़ी के किसानों रोड को जाम कर दिया। हाइवे पर ट्रैक्टर-ट्राली, बाइक खड़े जाम किसानों ने लगाया। सड़क पर बैठ कर सरकार, प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। जाम लगने के चलते दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी लाइन लग गई। वाहन चालक लिंक मार्गों से अपने निर्धारित स्थानों पर जाते दिखाई दिए। किसानों द्वारा उन वाहनों को जाने दिया जिनको जरूरी काम था। जाम लगने की सूचना मिलने पर थाना प्रभारी पवन कुमार पहुंचे। बिजली निगम के एसडीओ संजीव ठकराल ने ग्रामीणों को खेतों में शेड्यूल के हिसाब से नियमित रूप से बिजली देने का आश्वासन दिए जाने पर किसानों ने जाम खोला।
जाम लगा रहे किसान बोले बिजली नहीं आने से खेतों में सूख रही है धान की फसल
ग्रामीणों ने कहा कि खेतों में बिजली शेड्यूल के हिसाब से नहीं मिलने से धान की फसल खराब हो रही है। धान की रोपाई के बाद बिजली की जरूरत है लेकिन बिजली नहीं आ रही है। 8 घंटे बिजली खेतों में मिलनी चाहिए लेकिन बड़ी मुश्किल से दो घंटे मिलती है। बिजली लाइन का जंपर अगर लगाना पड़ जाए तो बिजली निगम में बार-बार कहने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं होती। मजबूरी में किसानों को हाइवे पर जाम करना पड़ा क्योंकि खेतों में बिजली नहीं आने से उनकी फसल सूख रही है। बारिश नहीं होने से धान को पानी की जरूरत है। ऐसे में बिजली आने पर ट्यूबवेल से पानी धान को दे सकेंगे।
रोड जाम करने पर ही होती है सुनवाई
किसानों ने ऐसा नहीं है कि इसको लेकर बिजली निगम को अवगत नहीं करवाया गया बल्कि एसडीओ सहित जितने भी अधिकारी, कर्मचारी है सबको बार-बार अवगत करवा चुके है लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा है। खेती के समय अगर बिजली खेतों में नहीं मिलेगी तो फसल खराब होगी। खेतों में अपने काम छोड़ कर मजबूरी में किसानों को रोड जाम करना पड़ रहा है। रोड जाम से परेशानी लोगों को होती है इसका पता है लेकिन बिना रोड जाम किए सुनवाई प्रशासन नहीं करता है। रोड जाम करने पर तुरंत सुनवाई हो जाती है। रोड जाम से पहले अगर सुनवाई हो जाए तो क्यों रोड अपनी मांगों को लेकर ग्रामीण जाम करें।
पूर्व सांसद ने बिजली निगम के अधिकारियों से बात
बिजली की समस्या को लेकर किसानों द्वारा लगाए गए जाम की जानकारी मिलने पर हलके के दौरे पर आए पूर्व सांसद एवं कांग्रेस नेता बृजेंद्र सिंह ने बिजली निगम के अधिकारियों से बातचीत करते हुए किसानों को शेड्यूल के हिसाब से बिजली देने को कहा ताकि फसल के सीजन में किसानों को परेशानी न हो।
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