- मीडिया से बनाई दूरी, जांच के सिलसिले में पूछने पर नही दिया जवाब
(Jind News) जींद। आईपीएस अधिकारी के खिलाफ सोशल मीडिया पर वायरल किए गए तथाकथित पत्र के मामले में आरोपों की जांच को लेकर सोमवार को एडीजीपी ममता सिंह जींद पुलिस लाइन पहुंची और तथ्यों को खंगाला। लगभग साढ़े तीन घंटे चली जांच के बारे में एडीजीपी ममता सिंह ने मीडिया से दूरी बनाए रखी और कुछ नही बोली। जिस समय पुलिस लाइन में जांच चल रही थी, उस दौरान किसी बाहरी व्यक्ति तथा मीडिया कर्मियों के पुलिसलाइन में जाने पर रोक लगा दी गई। बताया जाता है कि जांच के दौरान काफी अधिनस्थ कर्मियों से पूछताछ की गई और विभिन्न तथ्यों का खंगाला गया। जिसके बाद उन्होंने रेस्ट हाऊस में जांच कर रहे अधिकारियों के साथ विस्तृत बातचीत की और जांच प्रगति रिपोर्ट की जानकारी ली। हालांकि इस मामले मे महिला आयोग भी पूछताछ कर चुकी है। इस दौरान फतेहाबाद की एसपी आस्था मोदी तथा एसपी राजेश कुमार भी उनके साथ मौजूद रहे।
लगभग साढ़े तीन घंटे चली जांच में आरोपों से जुड़े तथ्यो को खंगाला
गौरतलब है कि मामले की जांच एडीजीपी ममता सिंह के नेतृत्व में गठित एसआईटी कर रही है। लगभग दस दिन से चली आ रही वायरल पत्र मामले में अभी तक कोई ठोस सबूत जांच में सामने नही आया है। जिसके चलते वायरल पत्र को सही ठहराया जा सके। वहीं जिला पुलिस ने पत्र वायरल तथा शिकायत मामले में दो अलग-अलग मामले दर्ज किए हुए हंै। जिसमें सोशल मीडिया का एक प्लेटफार्म भी है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म मामले की जांच हिसार पुलिस द्वारा की जा रही है। वहीं शहर थाना पुलिस ने फर्जी मेल आईडी बना शिकायत को पोस्ट करने तथा बाद में आईडी को तत्काल डिलीट करने पर भी मामला विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज किया हुआ है। पूरे मामले की जांच तीन स्तर पर अलग-अलग चल रही है। जिन पर कर्मियों पर आरोप लगे, उन्हें तबादला कर जिले से बाहर कर दिया गया है ताकि जांच प्रभावित न हो और निष्पक्ष हो सके।
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