- दिल्ली में राष्ट्रीय मुख्य आयुक्त द्वारा बच्चों को किया जाएगा सम्मानित
- अवार्ड के लिए चार चरणों से होकर गुजरते हैं कब व बुलबुल
(Jind News) जींद। हरियाणा राज्य भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के राष्ट्रीय स्तर पर कब बुलबुल गतिविधियों में शानदार प्रदर्शन पर प्रदेश के 170 कब बच्चों को प्राथमिक स्तर के सबसे बड़े नेशनल गोल्डन एरो अवार्ड के लिए चुना गया है। इसमें खास बात यह है कि जींद जिले के विभिन्न स्कूलों से 61 कब व सात बुलबुल बच्चे चयनित हुए हैं। जिला संगठन आयुक्त राजेश वशिष्ठ ने बताया कि दिल्ली में 22 फरवरी को राष्ट्रीय मुख्यालय में राष्ट्रीय मुख्य आयुक्त द्वारा बच्चों को सम्मानित किया जाएगा।
राष्ट्रीय स्तर कि इस उपलब्धी पर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी डा. सुभाष चंद्र व जिला शिक्षा अधिकारी डा. विजयलक्ष्मी व जिले के सभी खंड शिक्षा अधिकारी, खंड संसाधन संयोजक, प्रधानाचार्य, मुख्याध्यापक के साथ-साथ जिला संगठन आयुक्त स्काउट डा. श्रीभगवान व जिला संगठन आयुक्त गाइड ऊषा गुप्ता ने जींद के कब बुलबुल गतिविधियों का संचालन करने वाले जिला संगठन आयुक्त राजेश वशिष्ठ व उनकी कब बुलबुल टीम, कब मास्टर, फ्लॉक लीडर को बधाई दी है
बड़ों की आज्ञा मानने और साफ-सफाई व विनम्रता का पाठ पढ़ाया जाता है
राजेश वशिष्ठ ने बताया कि प्राथमिक कक्षा के बच्चों को खेल-खेल के माध्यम से सिखाया जाता है। कैंपों में कब (लड़के) बुलबुल (लड़कियां) को नैतिक शिक्षा दी जाती है। बड़ों की आज्ञा मानने और साफ-सफाई व विनम्रता का पाठ पढ़ाया जाता है। छोटी-छोटी कहानियों के जरिए बच्चों में निखार आ जाता है।
राजेश वशिष्ठ ने बताया कि प्राथमिक कक्षा के बच्चों को खेल-खेल के माध्यम से सिखाया जाता है। कैंपों में कब, बुलबुल को नैतिक शिक्षा दी जाती है। बड़ों की आज्ञा मानने और साफ-सफाई व विनम्रता का पाठ पढ़ाया जाता है। छोटी-छोटी कहानियों के जरिए बच्चों में निखार आ जाता है ।
ऐसे मिलता है अवार्ड
प्रथम चरण :-जंगल स्टोरी की जानकारी, साफ सफाई, कमीज के बटन बंद करना, भोजन प्रार्थना, पांच फूल व पत्तियों कि जानकारी, रीफ नोट, कलो हिच, राष्ट्रीयगान, स्काउट झंडा गीत, भालू डांस, आठ पैक मीटिंग।
द्वितीय चरण :- गांव, समुदाय के बारे में जानकारी, नैतिक शिक्षा, हैंडी क्राफ्ट, पेडों व फूलों का ओब्जर्वेशन, शीत बेंड नोट, फीशर मेन नोट, फ्स्र्ट एड ,गुड टर्न, पेंटिंग, साइकिल चलाना, सर्वधर्म प्रार्थना, किम गेम, भगीरा डांस, 8 पैक मीटिंग।
तृतीय चरण :- हैंडी क्राफ्ट, गांव, शहर, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, पोस्ट ऑफिस, अस्पताल, स्कूल, कॉलेज की जानकारी, फ्सर्ट एड, पैक जानकारी, तीन गेम, एक दिन कि हाइक, ग्रीटिंग कार्ड मेकिंग, प्रोफेंसी बैज, तबाकी डांस।
चतुर्थ चरण :- तीन महीने तक किसी पशु या पक्षी का ओब्जर्वेशन, एक दिन-रात का पैक कैंप, बोलाइन, हाफ हिच, पोस्ट ऑफिस, बैंक जानकारी, दो महीने तक किसी पौधे का अवलोकन करना, प्रोफेंसी बैज, कब हैंडबुक, शेर खान की मौत, पांच ग्रुप से 6 बैज प्राप्त करना शामिल है।
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी डा. सुभाष चंद्र ने बताया कि जींद जिले के विभिन्न स्कूलों से 61 कब व सात बुलबुल बच्चे चयनित हुए हैं। पूरी कब बुलबुल टीम की मेहनत से उपलब्धि हासिल हुई है।
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