• जुलाना मंडी में गेहूं की खरीद न होने पर किसानों ने उठाए सवाल
  • जिला की मंडियों से 2061.2 मीट्रिक टन का हुआ उठान

(Jind News) जींद। जिला की विभिन्न मंडियों में सरसों की खरीद और उठान का कार्य सुचारू रूप से जारी है। कार्यवाहक उपायुक्त विवेक आर्य ने बताया कि प्रशासन पूरी तत्परता से किसानों की फसल खरीद और उनके उठान की प्रक्रिया को व्यवस्थित रूप से संचालित कर रहा है। उन्होंने जानकारी दी कि गत दिवस तक जिले की मंडियों में कुल 2285.2 मीट्रिक टन सरसों की खरीद हो चुकी है।

जिसमें से 2061.2 मीट्रिक टन का सफलतापूर्वक उठान किया जा चुका है। प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और उन्हें सभी आवश्यक बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे अपनी फसल को पूरी तरह से सुखाकर ही मंडी में लाएं ताकि खरीद प्रक्रिया सुचारू रूप से जारी रह सके और सभी व्यवस्थाएं निर्बाध रूप से चलती रहें।

उठान कार्य में तेजी

उन्होंने बताया कि जींद मंडी में अबतक 585.20 मीट्रिक टन, नरवाना मंडी में 168.75 मीट्रिक टन, पिल्लूखेड़ा मंडी में 58.15 मीट्रिक टन, उचाना मंडी में 740 मीट्रिक टन, जुलाना मंडी में 609 मीट्रिक टन और सफीदों मंडी में 124.10 मीट्रिक टन सरसों की खरीद की जा चुकी है और उठान कार्य में तेजी आई है। जिससे किसानों को जल्द से जल्द उनके भुगतान और फसल के समुचित प्रबंधन में सहायता मिलेगी। प्रशासन लगातार इस प्रक्रिया की निगरानी कर रहा है ताकि किसानों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो और उन्हें अपने उत्पाद का उचित मूल्य समय पर प्राप्त हो सके।

फसल अवशेषों में आग नहीं लगाएं किसान : एडीसी

एडीसी विवेक आर्य ने कहा कि रबी सीजन शुरू हो चुका है। गेहूं की फसल की कटाई शुरू हो चुकी है। ऐसे में कुछ किसान गेहूं फसल की कटाई के बाद बचे हुए अवशेषों में आग लगा देते हैं। जिससे पर्यावरण प्रदूषित होने के साथ-साथ जमीन की उर्वरा शक्ति भी कमजोर होती है। सरकार द्वारा फसल अवशेषों में आगजनी करने पर पूर्ण प्रतिबंध भी लगाया हुआ है। उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वे गेहूं फसल की कटाई के बाद बचे हुए अवशेषों में आग न लगाएं बल्कि इसका उचित प्रकार से प्रबंधन करें।

जुलाना की अनाजमंडी में अबतक पहुंची 5026 किवंटल गेहूं, नही खरीद शुरू

जुलाना कस्बे की अनाजमंडी में अब तक 5026 किवंटल गेहूं की आवक हो चुकी है। प्रशासन अपनी तैयारियां पूरी कर चुका है लेकिन कई दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक खरीद नही हो पाई है। अभी तक खरीद एजेंसियों के पास बारदाना भी नही पहुंचा है। ऐसे में किसानों की और अधिक परेशानियां बढ़ती हुई नजर आ रही है।

अभी तक उठान के लिए लेबर और ट्रांसपोर्ट के टेंडर भी नही हो पाए हैं। आवक रोजाना बढ़ रही है लेकिन खरीद एजेंसियां ढूलमुल रवैया अपनाए हुए हैं। मंडी में गेहूं की आवक तेज होने पर जाम लगने का खतरा भी मंडरा रहा है।

मंडी में तो आवक शुरू हो चुकी है लेकिन शामलो कलां और फतेहगढ़ खरीद केंद्र पर कोई भी किसान फसल लेकर नही पहुंचा है। जुलाना की अनाजमंडी में गेहूं की आवक लगातार बढ़ रही है। एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी गेहूं की खरीद नही हो पाई है।

मार्केट कमेटी सचिव कोमिला ने बताया कि मंडी और खरीद केंद्रों पर प्रशासन द्वारा बिजली पानी के पुख्ता प्रबंध करवाए गए हैं। दोनों खरीद केंद्र पर सफाई करवाई जा चुकी है। जैसे ही किसान फसल लेकर पहुंचेंगे उन्हें फसल बेचने में कोई परेशानी नही होगी। किसानों को चाहिए कि वो मंडी में अपनी फसल को सुखाकर लाएं ताकि उन्हें फसल बेचने में कोई परेशानी ना हो।

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