• भटके युवाओं को सही रास्ते पर लाना उत्कृष्ट समाजसेवा : एडीजीपी

(Jind News) जींद। गांव सिंगवाल में गुरूवार को ड्रग्स के खिलाफ  एकजुटता व ड्रग मुक्त समाज के मध्यनजर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ग्राम पंचायत व पुलिस प्रशासन द्वारा सामुहिक रुप से आयोजित इस कार्यक्रम में एडीजीपी हिसार मंडल डा. एम. रवि किरण मुख्यअतिथि के रुप मे पहुंचे। इस कार्यक्रम में लगभग 25 गांवों के सरपंच, पंचायत सदस्य व गणमान्य व्यक्तियों सहित युवा व मातृ शक्ति ने भारी सख्यां मे भाग लिया। कार्यक्रम में पहुंचने पर मुख्यअतिथि एडीजीपी हिसार मंडल का पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार व दर्जनों गांवों के सरपंचों ने स्वागत किया।

मुख्यअतिथि ने इन गांवो को ड्रग मुक्त गांव के सम्मान से नवाजा

गांव गुरथली, हथो, सिंसर, सिंगवाल, कर्मगढ़, अमरगढ़, काब्रछा, खरैंटी,  गढ़वाली, जैजैवंती, अलीपूरा, खरकभूरा, हाड़वा, अंबरसर, खातला,  जींद के वार्ड नंबर 15 व 16, नरवाना के वार्ड नंबर 11 व 12, उचाना का वार्ड नंबर तीन व सफीदों का वार्ड नं 10  हैं।

पुलिस टीमें ड्रग प्रभावित गांवों का डोर टू डोर सर्वे कर रही

एडीजीपी हिसार मंडल डा. एम. रवि किरण ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस टीमें ड्रग से प्रभावित गांवों में डोर टू डोर सर्वे कर ड्रग से पीडि़त व्यक्तियों की पहचान करती है। पीडितों की काउंसलिंग करवाई जाती हैं व उन्हें इलाज के लिए प्रेरित कर नशे से छुटकारा दिलवाने के लिये उपचार करवाया जा रहा है। पुलिस टीमों द्वारा जिला जींद के 132 गांवो में सर्वे किया गया है।

सर्वे के दौरान टीमों ने 1234 व्यक्तियों की पहचान की है, जो ड्रग की लत की गिरफ्त में हैं। चिन्हित किए गए ड्रग पीडितों में से 646 ड्रग पीडि़तों का उपचार शुरु करवाया गया है। अच्छी बात यह है कि टीम ने सर्वे के दौरान पाया है कि जो नशे से पीडि़त थे वे सुधर रहे हैं।

जिला जींद मे करीब 130 ड्रग पीडि़तों ने नशा छोड दिया है,  कुछ लोगों ने नशे की मात्रा को कम कर दिया है व नशे से छुटकारा पाने की दिशा मे उपचार पा रहे है। एडीजीपी ने कहा कि जिन गांवों को ड्रग मुक्त किया है, वहां कि पंचायतों को सचेत रहना पडेगा। युवाओं को खेलकूद एवं सामाजिक गतिविधियों की ओर प्रेरित करें। खेलों के माध्यम से न केवल युवाओं की ऊर्जा सही दिशा में लगेगी बल्कि उनका शारीरिक एवं मानसिक विकास भी होगा।

पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने ने सभी सरपंचों को अपना संपर्क नंबर नोट करवाया व कहा कि आपके गांव की समस्या, ड्रग तस्करों व ड्रग पीडि़तों से संबधी सुचना उन्हें दे सकते हैं। समाज मे ड्रग्स की डिमांड व सप्लाई चेन दोनों को तोडऩा ही एकमात्र लक्ष्य है।

यह ड्रग मुक्त गांव का मानदंड

जिस गांव में कोई व्यक्ति ड्रग का सेवन नहीं करता अथवा जो ड्रग की लत से पीडि़त थे वो छोड चुके हैं, अथवा अपना उपचार करवा रहे है। गांव में कोई ड्रग तस्कर नही है। गांव मे पहले की अपेक्षा 80 प्रतिशत तक सुधार है व लगातार सुधार की ओर अग्रसर है।

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