Jind News : 10 लाख 27,123 मतदाता 77 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में करेंगे बंद

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10 lakh 27,123 voters will seal the fate of 77 candidates in EVM
अर्जुन स्टेडियम में बैठे चुनाव कर्मी।
  • जींद की पांचों विधानसभा में बनाए गए कुल 1036 बूथ
  • मतदाताओं के लिहाज से नरवाना सबसे बड़ी जुलाना सबसे छोटी विधानसभा सीट
  • नरवाना में 224432 मतदाता हैं जबकि जुलाना में 184935 मतदाता
  • 100 से अधिक आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 477

(Jind News) जींद। हरियाणा विधानसभा के 14वें गठन को लेकर प्रदेशभर में शनिवार को मतदान होने जा रहे हैं। जींद की पांचों विधानसभा जींद, जुलाना, उचाना, सफीदों, नरवाना (आरक्षित) में कुल 77 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। जिले में 10 लाख 27123 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर पांच विधायकों का चुनाव करेंगे। मतदाताओं के लिहाज से नरवाना सबसे बड़ी जुलाना सबसे छोटी विधानसभा सीट है। नरवाना में 224432 मतदाता हैं जबकि जुलाना में 184935 मतदाता हैं। हरियाणा में आदर्श चुनाव आचार संहिता लगने के बाद जिले में 6207 मतदाता बढ़े हैं।

विस क्षेत्र प्रत्याशियों की संख्या

जींद 13
जुलाना 12
सफीदों 22
उचाना 20
नरवाना (आ.) 10
कुल 77

यह है विधानसभा वाइज आंकडा

जुलाना विधानसभा क्षेत्र में कुल एक लाख 84935 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। जिसमें 99852 पुरुष और 85081 महिलाएं हैं। सफीदों विधानसभा में कुल 1 लाख 95528 मतदाता हैं। जिसमें 1,04,603 पुरुष और 90,924 महिलाएं हैं। जींद विधानसभा सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 203721 हैं। जिसमें 106903 पुरुष और 96815 महिलाएं हैं। उचाना कलां विधानसभा क्षेत्र पर कुल मतदाताओं की संख्या दो लाख 18 हजार 507 है। जिसमें 1,17,088 पुरुष और 101419 महिलाएं हैं। नरवाना विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता 224432 हैं। जिनमें 118943 पुरुष और 105488 महिलाएं हैं।

ट्रांसजेंडर मतदाताओं की संख्या जिले में कुल सात

ट्रांसजेंडर मतदाताओं की संख्या जिले में कुल सात है। जिसमें जुलाना में दो, सफीदों में एक, जींद में एक और नरवाना में एक है। उचाना में कोई भी ट्रांसजेंडर मतदाता नहीं है। आदर्श चुनाव आचार संहिता लगने के बाद जींद और नरवाना विधानसभा क्षेत्र में ट्रांसजेंडर मतदाताओं की संख्या एक-एक कम हुई है। पहले जिले में नौ ट्रांसजेंडर मतदाता थे। जो अब कम होकर सात रह गए हैं।

जिले में दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 5437

जिले में दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 5437 है। सबसे ज्यादा दिव्यांग मतदाता नरवाना में है। जहां इनकी संख्या 1333 है। सबसे कम दिव्यांग संख्या में मतदाता जींद विधानसभा क्षेत्र में हैं। यहां इनकी संख्या 773 है। उचाना में 1218, सफीदों में 1090 और जुलाना में 1023 दिव्यांग मतदाता हैं।

पहली बार मतदान करवाने वालों में जींद विस अव्वल

18 से 19 आयु वर्ग का वह मतदाता जो पहली बार मतदान केंद्र के अंदर कदम रखेगा। उनकी संख्या जिले में 25606 है। ऐसे मतदाताओं में जींद जिले की जींद विधानसभा सबसे अग्रणी है। यहां फस्र्ट टाइम वोटर की संख्या 5732 है। इस मामले में जुलाना सबसे पीछे है जहां ऐसे मतदाताओं की संख्या केवल 4476 है। इस कड़ी में सफीदों में 5197, उचाना कलां में 5011 और नरवाना में 5190 मतदाता था पहली बार विधानसभा में वोट डालने का काम करेंगे।

100 से अधिक आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 477

100 से अधिक आयु वर्ग के मतदाताओं को वीआईपी वोटर के रूप में देखा जाता है। चुनाव आचार संहिता लगने के दिन ऐसे मतदाताओं की संख्या 437 जो अब बढ़ कर 477 हो गई है। ऐसे मतदाताओं में भी जींद सबसे ऊपर है। जबकि सफीदों सबसे नीचे है। जींद में वीआईपी वोटर की संख्या 151 है। जबकि सफीदों में यह केवल 60 है। ऐसे मतदाताओं की संख्या जुलाना में 61ए उचाना कलां में 108 और नरवाना में 97 है।

85 प्लस आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 11103

85 प्लस आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या पिछले 25 दिनों में 2332 कम होकर 11103 रह गई है। इस आयु वर्ग में उचाना कलां सबसे आगे है। यहां ऐसे मतदाताओं की संख्या 3023 है। इस आयु वर्ग के सबसे कम मतदाता 1358 सफीदों में हैं। इस आयु वर्ग में जुलाना में 2051, जींद में 1945,  नरवाना में 2726 मतदाता है।

जींद जिले में अप्रवासी मतदाताओं की संख्या केवल नौ

जींद जिले में अप्रवासी मतदाताओं की संख्या केवल 9 है। इनमें जींद में चार, सफीदों में तीन और उचाना तथा नरवाना में एक-एक मतदाता हैं। जुलाना में कोई अप्रवासी भारतीय मतदाता नहीं है। यहां बता दें कि जींद जिले में आदर्श चुनाव आचार संहिता लगने के बाद मतदाता सूची के वर्ग में कोई अंतर नहीं आया है।

मतदान प्रक्रिया सुबह सात बजे से छह बजे तक

विधानसभा आम चुनाव के मद्देनजर 21 अक्तूबर को प्रात: सात बजे से सायं छह बजे तक मतदान होगा। मतदान क्रिया शुरू करने से पहले चुनाव कर्मी  मॉक पोल करवाएंगे। मतदान प्रक्रिया समाप्त होने के बाद सामान को अुर्जन स्टेडियम में जमा करवाया जाएगा। इसके बाद आठ अक्टूबर को प्रात:8 बजे जींद स्थित अर्जुन स्टेडियम में ही मतगणना का कार्य किया जाएगा।

दिव्यांग मतदाताओं को मिलेंगी मतदान केंद्रों में सुविधाएं

उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी मोहम्मद इमरान रजा ने बताया कि हरियाणा विधानसभा आम चुनाव के मध्यनजर जिला में दिव्यांग मतदाताओं के मतदान प्रतिशत में बढ़ोत्तरी अथवा शत प्रतिशत मतदान करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदान केंद्रों में दिव्यांग मतदाताओं के लिए सुविधाएं जुटाई गई हैं। दिव्यांग मतदाताओं की सुविधाओं के लिए मतदान केंद्रों में रैंप, पीने के पानी, मेडिकल किट, हैल्प डैस्क और शेड की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। दिव्यांग मतदाताओं के लिए व्हीलचेयर और स्वयंसेवकों की भी सुविधा होगी। दिव्यांग मतदाताओं की सुविधा के लिए परिवहन की भी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है और उन्हें घर से मतदान केंद्र तक लाने व ले जाने की सुविधा जुटाई है। नेत्रहीन दिव्यांग मतदाताओं के लिए वोटर स्लिप ब्रेल लिपि में छपवाई गई है व मतदान केंद्रों पर दिव्यांग मतदाताओं को मतदान करने के लिए पहले प्राथमिकता दी जाएगी।

दिव्यांग बूथों के लिए भी स्थान निर्धारित

दिव्यांग बूथों के लिए भी स्थान निर्धारित किए जा चुके हंै। जिसके लिए जुलाना के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जुलाना में दाई तरफ  बूथ नंबर 169, सफीदों में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का बूथ नंबर 50, जींद के होली हार्ट सीनियर सेकेडरी स्कूल में बूथ नंबर 103, उचाना कलां के लिए जीएएचएएस पालवां में दाई और बूथ नंबर 127 और नरवाना के लिए राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल के मध्य भाग में बूथ नंबर 128 का चुनाव किया गया है और आदर्श बूथों के लिए जुलाना के लिए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय किनाना में बाई तरफ  बूथ नंबर 79, सफीदों में राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बूथ नंबर 58, जींद के लिए होली हार्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल बूथ नंबर 104, उचाना कलां के लिए राजकीय प्राईमरी पाठशाला उचाना मंडी मध्य भाग बूथ नंबर 162 और नरवाना के लिए एसडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बाई ओर बूथ नंबर 136 को चुना गया है।

प्रत्येक पिंक बूथ पर चार-चार महिला कर्मियों की डयूटी होगी : रजा

जिला निर्वाचन अधिकारी मोहम्मद इमरान रजा ने बताया कि प्रत्येक पिंक बूथ पर चार-चार महिला कर्मियों की डयूटी लगाई जाएगी। यह बूथ विशेष तौर पर महिलाओं के लिए बनाए गए हैं। जिनमें सभी मूलभूत सुविधाओं को विशेष तौर पर ध्यान रखा गया है। सभी महिला कर्मियों के लिए पिंक यूनिफॉर्म ड्रैस कोड के रूप में रखा गया है। इन बूथों को बनाने का प्रमुख मकसद है कि हर महिला को वोट देने का सुखद अनुभव हो, यह उनको बूथ तक लेकर आने की पहल है ताकि चुनावी प्रकिया में महिलाओं की ज्यादा भागीदारी हो सके और इस तरीके के बूथ महिलाओं का मतदान के प्रति उत्साह बढ़ाते है और उन्हें विशेष महसूस करवाते है। इसी प्रकार दिव्यांग बूथों पर दिव्यांगजन कर्मियों की डयूटी लगाई जाएगी और उनके लिए भी सभी मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था कर दी गई है।

 

 

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