Aaj Samaj (आज समाज), Jharkhand PM News, रांची: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत के लिए चार ‘अमृत स्तंभ’ बेहद जरूरी बताए हैं। उन्होंने पहला स्तंभ भारत की महिलाओं व नारीशक्ति को बताया है। विकसित राष्ट्र के लिए दूसरा स्तंभ पीएम ने देश के किसान, पशुपालक, मछली पालक और अन्नदाता को बताया। मोदी ने कहा कि विकसितराष्ट्र का मुकाम हासिल करने के लिए तीसरा स्तंभ देश के नौजवान और युवाशक्ति है और चौथा अमृत स्तंभ देश का मध्यम वर्ग और गरीब हैं। बुधवार को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती (जनजातीय गौरव दिवस) थी और प्रधानमंत्री अपने झारखंड दौरे के दूसरे दिन सुबह बिरसा मुंडा के पैतृक गांव खूंटी जिले के उलिहातू गांव पहुंचे थे।
खूंटी में जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए मोदी
मंगलवार शाम को को रांची पहुंचने के बाद पीएम ने एयरपोर्ट से राजभवन तक रोड शो भी किया। इसके बाद बुधवार को सबसे पहले रांची स्थित बिरसा मुंडा संग्रहालय पहुंचकर बिरसा मुंडा को पुष्पांजलि अर्पित की, फिर पीएम उनके जन्मस्थान उलिहातू गांव पहुंचे। वहां बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद वह खूंटी स्थित कॉलेज मैदान में तीसरे जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने 24 हजार करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं की शुरुआत की और साथ ही राज्य में 7200 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
विकास के लिए 4 स्तंभों की मजबूती जरूरी
पीएम ने यहां जनसभा को संबोधित करते हुए विकास के 4 मंत्र बताए और कहा कि सरकार किस तरह इन चारों स्तंभों को मजबूत करने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा, अगले 25 वर्ष के अमृतकाल में अगर विकसित, भव्य और दिव्य भारत का निर्माण करना है, तो हमें चारों अमृत स्तंभों को और मजबूत करना होगा। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि विकसित भारत के संकल्प का एक प्रमुख आधार है ‘पीएम जनमन’ यानी पीएम जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान। इस अभियान के तहत अब हमारी सरकार उन आदिवासी भाई-बहनों तक पहुंचेगी, जिन तक कभी नहीं पहुंचा गया। उन्होंने कहा, आज से विकसित भारत संकल्प यात्रा का शुभारंभ हो रहा है और यह यात्रा अगले साल 26 जनवरी तक चलेगी। इस यात्रा में सरकार मिशन मोड़ में देश के गांव-गांव जाएगी और हर गरीब व वंचित को सरकारी योजनाओं का लाभार्थी बनाया जाएगा।
खुद को जनता के सेवक समझकर कर रहे काम
मोदी ने कहा कि 2014 में जब हमें देशवासियों ने दिल्ली की गद्दी पर बैठाकर सरकार चलाने का दायित्व दिया, उस दिन से हमारा सेवाकाल शुरू हुआ है। हमारे आने से पहले भारत की एक बहुत बड़ी आबादी मूलभूत सुविधाओं से वंचित थी। उस समय सरकारों का रवैया भी ऐसा था कि वे खुद को जनता का माई बाप समझती थीं, लेकिन हमने सेवा की भावना से आपके सेवक की तरह काम करना शुरू किया।
उपेक्षितों व वंचितों की संबल बनी बीजेपी
पीएम मोदी ने कहा, हमारे देश में 110 से ज्यादा जिले ऐसे थे, जो विकास के हर क्षेत्र में पिछड़े थे। पहले की सरकार बस उनकी पहचान करके छोड़ देती थी। इन जिलों में शिक्षा, स्वास्थ सुविधाएं दशकों से दयनीय स्थिति में थी। संयोग देखिए, इन्हीं जिलों में देश के सबसे ज्यादा आदिवासी परिवार रहते थे। पीएम ने कहा कि जो वंचित थे, हमने उन्हें वरीयता देना शुरू की। जिन्हें सबसे दूर समझा जाता था, सरकार खुद चलकर उनके पास गई। जो दशकों से उपेक्षित थे, हमारी सरकार उनका संबल बनी, उनकी साथी बनी।
पीएम किसान सम्मान निधि की 15वीं किस्त जारी
पीएम ने इस दौरान पीएम किसान सम्मान निधि के पात्र किसानों को 2-2 हजार रुपए की 15वीं किस्त भी जारी की। किस्त को डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से सीधे किसानों के खाते में भेज दिया गया है। ध्यान रहे कि किस्त केवल उन्हीं किसानों को मिलेगी जो इसके पात्र हैं। इस बार 8 करोड़ से अधिक किसानों के खाते में पीएम किसान योजना की किस्त भेजी जाएगी। पीएम किसान की 14वीं किस्तम 8.5 करोड़ किसानों के खाते में भेजी गई थी। इसके तहत 17000 करोड़ रुपये जारी किए गए थे।
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