धीरज, झज्जर :
धरने पर 12 वर्षीय दीप्ति की हालत अचानक बिगड़ गई। ढांसा बॉर्डर पर उस समय सन्नाटा छा गया जब 12 वर्षीय दीप्ति की हालत अचानक बिगड़ गई। आनन-फानन में अचानक से डाक्टरों ने बच्ची का इलाज किया उसके बाद डाक्टरों को एक बड़ी बात मासूम बच्ची के बाबत पता चली कि मासूम बच्ची के अंदर सिर्फ 4 ग्राम खून है। डाक्टर के मुताबिक बच्ची की मां से उन्हें यह पता चला कि बच्ची के अंदर सिर्फ 4 ग्राम खून है तो उसी हिसाब से उसका इलाज किया गया जिसके बाद बच्ची होश में तो आ गई किंतु डाक्टर ने बच्ची के परिजनों को सख्त हिदायत दी है कि इस कंडीशन में और ऐसी गर्मी में बच्ची को आंदोलन जैसी परिस्थितियों में न ही लाया जाए तो बेहतर होगा।
धरने पर 12 वर्षीय दीप्ति की हालत अचानक बिगड़ गई। ढांसा बॉर्डर पर उस समय सन्नाटा छा गया जब 12 वर्षीय दीप्ति की हालत अचानक बिगड़ गई। आनन-फानन में अचानक से डाक्टरों ने बच्ची का इलाज किया उसके बाद डाक्टरों को एक बड़ी बात मासूम बच्ची के बाबत पता चली कि मासूम बच्ची के अंदर सिर्फ 4 ग्राम खून है। डाक्टर के मुताबिक बच्ची की मां से उन्हें यह पता चला कि बच्ची के अंदर सिर्फ 4 ग्राम खून है तो उसी हिसाब से उसका इलाज किया गया जिसके बाद बच्ची होश में तो आ गई किंतु डाक्टर ने बच्ची के परिजनों को सख्त हिदायत दी है कि इस कंडीशन में और ऐसी गर्मी में बच्ची को आंदोलन जैसी परिस्थितियों में न ही लाया जाए तो बेहतर होगा।