धीरज चाहार, झज्जर:
झज्जर Police के जवानों को मानसिक व शारीरिक तौर पर स्वस्थ बनाए रखने के लिए शुक्रवार को एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। Police लाइन झज्जर में स्थित कम्युनिटी सेंटर में विशेष रुप से आयोजित जागरूकता शिविर के दौरान विशेषज्ञ चिकित्सक व मनोरोग सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा Police के जवानों को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया। जागरूकता स्वास्थ्य शिविर के दौरान डॉ. संदीप कुमार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दुजाना के नेतृत्व में मनो मनोरोग सामाजिक कार्यकर्ता पूनम व समुदाय नर्स श्रीमती विशेष द्वारा पुलिसकर्मियों को मानसिक स्वास्थ्य की दृष्टि से जागरूक किया गया। पुलिस अधीक्षक झज्जर श्री राजेश दुग्गल के दिशा निर्देश अनुसार विशेष रूप से आयोजित मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता शिविर के दौरान डीएवी Police पब्लिक स्कूल पुलिस लाइन झज्जर के प्रिंसिपल संतोष तिवारी, कल्याण निरीक्षक राजपाल सिंह, Police लाइन डिस्पेंसरी के प्रभारी संजीव कुमार व बड़ी संख्या में झज्जर पुलिस के जवान उपस्थित रहे।
प्रतिदिन योग, व्यायाम, मेडिटेसन व एक्सरसाइज है जरूरी
जागरूकता शिविर के दौरान मनोरोग चिकित्सक डॉ संदीप कुमार व अन्य वक्ताओं द्वारा Police के जवानों को खानपान व जीवन शैली का विशेष ध्यान रखते हुए मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के संबंध में अपने अपने विचार व्यक्त किए गए। उन्होंने पुलिसकर्मियों से खानपान का विशेष ध्यान रखने व जीवन शैली में परिवर्तन करके मानसिक स्वास्थ्य को दुरुस्त बनाए रखने के संबंध में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि योगा व मेडिटेशन के द्वारा शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को दुरुस्त बनाए रखा जा सकता है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए प्रतिदिन योग, व्यायाम, मेडिटेसन व एक्सरसाइज करनी जरूरी है। मानसिक तनाव आम बात है। हर व्यक्ति तनाव से ग्रसित है। इसे समाप्त करने के लिए अपने अंदर सकारात्मक विचार लाने बहुत जरूरी है। नकारात्मक विचारों को लंबे समय तक नहीं रखना चाहिए।
तनाव के कारण अवसाद, बेचैनी, पागलपन, हाई बल्ड प्रेसर, पेट की बीमारी व सिरदर्द होने लगता है। जब भी तनाव में हो तो योगा, मेडिटेशन, दौड़, डांस, गाना आदि जो भी पसंद हो करना शुरू कर दें। इससे ध्यान भटक जाएगा और तनाव कम होगा। अपने स्वजनों, मित्रों अथवा नजदीकियों से बातें शेयर करें। समय प्रबंधन पर ध्यान दें। मन का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। पुलिस जनसेवा के लिए 24 घंटे तत्पर रहती है। परिस्थितियों के अनुसार बिना अवकाश भी ड्यूटी करनी पड़ती है। इस कारण पुलिस कर्मी तनाव का शिकार हो जाते है। इसलिए किसी भी माध्यम से जीवन में तनाव मुक्त रहने का प्रयास करें।