बेंगलुरु। कांग्रेस की मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार पर ज्योर्तिरादित्य के भाजपा में शामिल होने के बाद खतरा मंडरा रहा है। कांग्रेस प्रयासरत है कि किसी तरह सरकार पर आंच न आए और उसे बचा लिया जाए। जीतू पटवारी आज कांग्रेस के बागी और नाराज विधायकों से मिलने कर्नाटक पहुंचे थे । वहां जीतू पटवारी की पुलिस के साथ हाथापाई हो गई जिसके बाद पुलिस ने बेंगलुरु में उन्हें प्रिवेंटिव कस्टडी में रखने के कुछ देर बाद छोड़ दिया। पटवारी की हाथापाई पुलिस से उस वक्त हुई जिस समय वह बागी कांग्रेसी नेताओं के साथ मिलने का प्रयास कर रहे थे। बता दें कि जीतू पटवारी ने कांग्रेस पार्टी की सीनियर नेता और कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार से बेंगलुरु स्थित उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। उधर, कांग्रेस नेता विवेक तनखा ने आरोप लगाया है कि दोनों के साथ लखनऊ में मारपीट की गई है। भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेसी नेताओं ने आरोप लगाया कि दोनों नेताओं को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। साथ ही कहा कि अगर पुलिस इस मामले पर कार्रवाई नहीं करती है तो हम कोर्ट जाएंगे। बता दें कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के मंगलवार को भाजपा का दामन थाम लिया था। ज्योर्तिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद कांग्रेस के 22 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया। इनमें से 19 विधायक फिलहाल बेंगलुरु में ठहरे हुए हैं जबकि तीन मध्यप्रदेश में ही हैं। कांग्रेस पार्टी पूरी कोशिश कर रही है कि अपने बागी विधायकों को मना सके जिसके लिए भरपूर प्रयास किए जा रहे हैं।