Amritsar News (आज समाज), अमृतसर : बुधवार देर शाम तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह का त्यागपत्र मंजूर नहीं किया गया है। इस संबंधी जानकारी देते हुए एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने बताया कि जत्थेदार का इस्तीफा नामंजूर कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस संबंधी सूचना जत्थेदार को भेज दी गई है। ज्ञात रहे कि जत्थेदार हरप्रीत सिंह ने कल देर शाम वीडियो जारी करते हुए अपने इस्तीफे की जानकारी दी थी।
एसजीपीसी को भेजा त्याग पत्र
ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने वल्टोहा द्वारा दी जा रही धमकियों को लेकर एसजीपीसी की चुप्पी पर भी रोष जताया। उन्होंने खुलासा किया कि सिंह साहिबानों के आदेशों के तहत वल्टोहा द्वारा खुद अकाली दल की हाईकमान को दिए त्यागपत्र के बावजूद अकाली दल का सोशल मीडिया विंग वल्टोहा का समर्थन करते हुए वल्टोहा की ओर से दिए गए बयानों को अभी भी जारी कर रहा है। जत्थेदार हरप्रीत सिंह ने सोशल मीडिया पर डाले पोस्ट में कहा है कि वल्टोहा द्वारा उन पर एसजीपीसी व आरएसएस का समर्थक होने के झूठे आरोप लगाए हैं। वल्टोहा द्वारा उन्हें बार- बार निशाना बनाया जा रहा है।
विरसा सिंह वल्टोहा ने ये आरोप लगाए थे
विरसा सिंह वल्टोहा ने सोशल मीडिया पर बयान दिया था कि अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह और तख्त दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने आरएसएस व भाजपा के दबाव के कारण ही अकाली दल बादल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को तनखाइया एलान किया है। सुखबीर बादल कई बार जत्थेदार रघबीर सिंह से सिंह साहिबानों की बैठक जल्द से जल्द बुलाने की अपील भी कर चुके हैं, लेकिन अभी तक बैठक की तिथि घोषित नहीं की जा सकी है।
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