नई दिल्ली। चीन ने कई देशों को अपने र वैये से परेशान कर रखा है। उसकी चालोंस ेपरेशान कई देश भारत के साथ हैं। जिसका ताजा उदाहरण है कि जापान चीनी राष्ट्रपति शी चिनपिंग के आधिकारिक दौरे को रोक सकता है। पहले तो कोविड-19 महामारी केकारण चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का दौरा जापान टाल दिया था लेकिन अब यह वर्ष में होता न हीं दिख रहा है। चीन के राष्ट्रपति का 2008 के बाद यह पहला जापान दौरा होना था। लेकिन दोनों देशों में बढ़ते तनाव की वजह से इस पर ग्रहण लग गया है। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबेकी पार्टी लिबरल डेमोक्रेटिक ने सरकार सेशी जिनपिंग के दौरेकेबारे में दोबारा विचार करने को कहा है। दरअसल चीन द्वारा हांगकांग पर नेशनल सिक्यॉरिटी कानून लागू किए जाने के कारण यह अपील की गई है। है। चीनी सांसद हांगकांग पर चीन की बर्बरता को लेकर चिंतित हैं। जापान को डर है कि नए कानून की वजह से हांगकांग में जापान के लोगों और कंपनियों के अधिकारों में कटौती होगी। ग्लोबल फाइनेंशल हब हांगकांग में जापान में का महत्वपूर्ण हित है। हांगकांग में जापान की करीब 1400 कंपनियों की मौजूदगी है। यह जापान के कृषि सामानों को सबसे बड़ा आयातक है। जापानी बिजनेस कम्युनिटी को चिंता है कि चाइनीज नेशनल सिक्यॉरिटी कानून हांगकांग के आधार को हिला देगा।