Kathua Jammu, Terror News, (आज समाज), जम्मू: पुलिस ने जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आतंकियों की मदद करने के आरोप में 8 ओवर ग्राउंड वर्करों को गिरफ्तार किया है। जैश आतंकी मॉड्यूल के इन आरोपियों की गिरफ्तारी पिछले कल की गई। इन्होंने 26 जून को डोडा में मारे गए जैश के 3 आतंकियों को बॉर्डर पार करने के बाद डोडा के जंगल और पहाड़ियों तक पहुंचाने में मदद की थी। साथ ही उन्हें खाना और रहने के लिए जगह भी उपलब्ध करवाई थी।
पूछताछ में कबूली थी मदद की बात
आतंकी मॉड्यूल के ये वर्कर्स पाकिस्तान में बैठे जैश के हैंडलर्स से भी संपर्क में थे। 26 जून के मुठभेड़ के बाद सेंट्रल एजेंसियों ने ही पुलिस को गिरफ्तार किए गए इन ओवर ग्राउंड वर्करों के गंडोह में छिपे होने की जानकारी दी थी। पुलिस ने बताया कि इनपुट मिलने के बाद गंडोह में 50 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की गई थी। सबूत मिलने और पूछताछ में आतंकियों की मदद करने की बात कबूलने पर 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
मोहम्मद लतीफ था सरगना, जानें अन्य सात कौन
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आतंकी मॉड्यूल का सरगना मोहम्मद लतीफ उर्फ हाजी लतीफ था। वह कठुआ के अम्बे नाल इलाके में रहता था। जैश आतंकियों के हैडंलर्स से लतीफ ही मुख्य रूप से संपर्क करता था। लतीफ ही फाइनल करता था कि नेटवर्क में किसे शामिल करना है और किसे नहीं। लतीफ के अलावा गिरफ्तार अन्य आरोपियों में लतीफ का बेटा लियाकत व भाई नूरानी भी शामिल हैं। अन्य आरोपियों में अख्तर अली, मकबूल, खादिम उर्फ काजी कट्टल भडू, सद्दाम कुशल और कासिम दीन है। ये सभी कठुआ के ही रहने वाले थे।
पूछताछ के लिए हिरासत में लिए गए थे 50 चरवाहे
केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों से मिली सूचना और डोडा-गंदोह मुठभेड़ से मिले सुराग हाजी तक पहुंचने में मददगार साबित हुए। पुलिस ने कठुआ के ऊपरी क्षेत्रों में बनाई ढोक में रहने वाले 50 चरवाहों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। ये वो लोग थे, जो आतंकियों के संपर्क में आए। इनमें से कुछ ने तो पुलिस को बताया कि उन्हें आतंकियों ने पैसे देकर सामान मंगवाया। लेकिन कुछ ऐसे थे, जिन्होंने पुलिस को जानकारी नहीं दी। इन्हीं में लतीफ भी शामिल था।