Jammu-Kashmir Terrorism: केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ वर्षों से आतंकवाद के मामले में सुरक्षा बल लगातार कामयाबी हासिल कर रहे हैं और वर्तमान में घाटी में नाम मात्र के आतंकी रह गए हैं। डीजीपी दिलबाग सिंह ने आज कहा कि कश्मीर घाटी में आतंकियों की संख्या इतिहास में अब तक की सबसे कम हुई है। उन्होंने कहा, आतंकवाद पूरी तरह से अभी खत्म नहीं, लेकिन कम जरूर हुआ है। आतंकियों की संख्या को लेकर उन्होंने कोई आंकड़ा जारी नहीं किया लेकिन यह दावा किया कि मौजूदा समय में घाटी में आतंकियों की संख्या अब तक की सबसे कम है।
- कई युवा आतंकवाद छोड़ मुख्यधारा में लौटे : डीजीपी
- जबरन मिलिटेंसी में धकेल दिए गए थे घाटी के कई यूथ
गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से सुरक्षा बल आतंकी संगठनों और आतंकियों के सफाये के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहे हैं। डीजीपी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में जो आतंकी बचे हैं, उन्हें भी जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। अगर पकडे नहीं गए तो उन्हें मुठभेड़ में मार दिया जाएगा। दिलबाग सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के कई युवाओं को आतंकवाद की ओर धकेला दिया गया था। अब वह उस रास्ते को छोड़कर मुख्यधारा में लौट आए हैं। युवा अब समझ गए हैं कि आतंकवाद विनाश का रास्ता होता है। कई युवा अपना करियर बनाकर परिवार के लिए काम कर रहे हैं।
दिलबाग सिंह ने बताया कि कश्मीर में आतंकियों के साथ साल 2022 में सुरक्षाबलों की 93 मुठभेड़ हुई, जिनमें 172 आतंकी मारे गए। इनमें 42 विदेशी थे। वहीं, आतंकवादियों ने इस साल 29 नागरिकों की हत्या कर दी, जिनमें से 3 कश्मीरी पंडितों सहित 6 हिंदू थे। कश्मीर के ADGP विजय कुमार ने शुक्रवार को बताया कि मारे गए आतंकियों में सबसे ज्यादा 108 आतंकी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और इसी से जुड़े संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट के थे। वहीं, जैश-ए-मोहम्मद के 35, हिजबुल-मुजाहिदीन के 22, अल-बद्र के 4 और अंसार गजवत उल-हिंद के 3 आतंकियों को सुरक्षाबलों ने ढेर किया।
ड्रोन से पाकिस्तान से हो रही घुसपैठ से भी जल्द निटप लिया जाएगा
डीजीपी ने बताया कि ड्रोन के जरिए सीमा पार से हो रही घुसपैठ के खतरे से निपटने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं। ड्रोन का इस्तेमाल हमारा दुश्मन (पाकिस्तान) यहां हथियार व ड्रग्स भेजने के लिए कर रहा है और कई बार इसे पकड़ा भी गया है। दिलबाग सिंह ने कहा कि इस मुसीबत से जल्द ही निपट लिया जाएगा। गौरतलब है कि पाकिस्तान की तरफ से कश्मीर घाटी के अलावा पंजाब की सीमा पर भी ड्रोन की मदद से नशीले पदार्थों की तस्करी के आए दिन मामले सामने आते रहते हैं। हालांकि बीएसएफ अक्सर इन कोशिशों को नाकाम कर देता है।
यह भी पढ़ें : Parliament April 6 2023 Update: हंगामे की भेंट चढ़ा बजट सत्र का दूसरा चरण, संसद अनिश्चितकाल के लिए स्थगित