Jammu Kashmir Poonch Attack: पुंछ आतंकी हमले में पाक-चीन कनेक्शन

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Jammu Kashmir Poonch Attack
पिछले सप्ताह गुरुवार को पुंछ जिले में सुरनकोट थानांतर्गत ढेरा की गली और बुफलियाज के बीच धत्यार मोड़ पर आतंकियों ने ऊंचाई पर बैठकर सेना के इन वाहनों को निशाना बनाया था।

Aaj Samaj (आज समाज), Jammu Kashmir Poonch Attack, श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पिछले सप्ताह गुरुवार को हुए आतंकी हमले में पाकिस्तान-चीन का कनेक्शन सामने आया है। खुफिया एजेंसी के सूत्रों का कहना है कि पीएएफएफ और टीआरएफ जैसे पाकिस्तानी शैडो आतंकी संगठन हमले के दौरान चीन निर्मित हथियारों, कैमरे, बॉडी सूट और कम्युनिकेशन डिवाइस का इस्तेमाल कर रहे हैं। बीते एक साल में तीन बड़े आतंकी हमले हुए हैं, जिसमें यह पाक-चीन गठजोड़ का खुलासा हुआ है।

घुसपैठ के लिए चीनी स्नाइपर गन का इस्तेमाल

खुफिया सूत्रों के अनुसार आतंकी जब भी सीमा पार से इस ओर घुसपैठ की कोशिश करते हैं तो पाकिस्तान की तरफ से अक्सर चीनी तकनीक से बनी स्नाइपर गन का इस्तेमाल भारतीय जवानों पर किया जाता है। नवंबर में भी चीनी तकनीक से बनी स्नाइपर गन के जरिए ही जम्मू सीमा पर भारतीय सुरक्षाबल को निशाना बनाया गया था।

कैमरे व मैसेजिंग डिवाइस भी चीनी

खुफिया एजेंसी के मुताबिक, इस साल हुए तीन बड़े हमलों में टीआरएफ और पीएएफएफ ने जो तस्वीर जारी कर दावा किया, वो चीनी तकनीक से बने कैमरे से ली गई है और उन्हें चीनी तकनीक एडिट से मार्फ भी किया गया है। इतना ही नहीं, खुफिया एजेंसियों की जांच में यह भी सामने आया है कि इनस्क्रिप्टेड मैसेजिंग डिवाइस, जिसके जरिये आतंकी आपस में संवाद करते हैं, वह भी चीन की मैसेजिंग डिवाइस है। दरअसल, पाकिस्तानी सेना लगातार चीन से हथियार, कैमरा व कम्युनिकेशन डिवाइस की सप्लाई लेती है, लेकिन वह इन्हें अपने इस्तेमाल के बजाय पीओके के आतंकी संगठनों को मुहैया करवाती है, जिसका इस्तेमाल ये आतंकी संगठन भारत में घुसपैठ व अन्य घटनाओं को अंजाम देने के लिए करते हैं।

चीन का मकसद भारत का लद्दाख से ध्यान हटाना

खुफिया एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, चीन भी यही चाहता है कि मजबूत चीनी हथियारों और तकनीक से लैस भारत में घुसपैठ कर चुके आतंकियों के लिए ज्यादा से ज्यादा सुरक्षाबलों का इस्तेमाल हो, जिसमें सेना और अर्धसैनिक बल भी शामिल हों। चीन को यह उम्मीद है कि उसके ऐसा करने से भारत व भारतीय सेना का लद्दाख सीमा से ध्यान हटेगा और उसकी हरकतें जम्मू-कश्मीर में बढ़ जाएंगी क्योंकि लद्दाख के संसाधन का इस्तेमाल जम्मू में आतंकी गतिविधियों को काबू पाने में लगाया जाएगा। लेकिन भारतीय सुरक्षा तंत्र ने चीन की इस कोशिश को पिछले दो साल में लगातार नाकाम किया है। जम्मू और लद्दाख दोनों ही फ्रंट पर पाक-चीन की हिमाकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है और उन्हें लगातार मुंह की खानी पड़ी है।

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