Jammu-Kashmir Police: पुलिस रात के समय खास तकनीक से करेगी आतंकियोें की पहचान

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Jammu-Kashmir Police पुलिस रात के समय खास तकनीक से करेगी आतंकियोें की पहचान
Jammu-Kashmir Police : पुलिस रात के समय खास तकनीक से करेगी आतंकियोें की पहचान

Jammu-Kashmir Police And Terrorism, (आज समाज), जम्मू: जम्मू-कश्मीर पुलिस आतंकियों के मंसूबों को नाकाम करने के लिए नई तकनीक का इस्तेमाल करने की तैयारी कर रही है। रात के समय आपरेशन के दौरान यह तकनीक सुरक्षा बलों के लिए मददगार होगी। पुलिस रात में आपरेशन चलाते समय दुश्मन पर सटीक निशाना लगाने व अपने साथियों की पहचान करने के लिए विशेष तरह के 5000 टैक्टिकल (सामरिक उपकरण) खरीदने जा रही है।

इंफ्रारेड लाइट लेजर और पैच

पुलिस द्वारा खरीदे जा रहे सामरिक उपकरणों में 1000 इंफ्रारेड लाइट लेजर और 4000 इंफ्रारेड पैच शामिल हैं। इंफ्रारेड लेजर जहां रात में 800 मीटर दूरी तक दुश्मन को देख लेगा, वहीं इंफ्रारेड पैच रात के समय दुश्मन व अपने साथी के बीच अंतर दिखाएगा। बता दें कि इंफ्रारेड एक तरह का चश्मा होता है और सुरक्षाबल रात में इन्हें पहनते हैं। इससे निकलने वाली रोशनी दुश्मन को देखकर उसपर सटीक निशाना लगाती है।

जैकेट की तरह होता है इंफ्रारेड पैच

वहीं इंफ्रारेड पैच एक जैकेट की तरह होता है, जिस पर एक खास तरह का स्टीकर चिपकाया जाता है। यह स्टीकर इंफ्रारेड से जुड़ा होता है। स्टीकर और इंफ्रारेड अपने साथी और दुश्मन के बीच अंतर बताता है। दूर से ही पता चल जाता है कि पैच पर लगा स्टीकर अपनी यूनिट का है। सूत्रों का कहना है कि रात के समय आपरेशन के दौरान पुलिस आपस में ही न उलझ जाए, इसलिए यह उपकरण मंगवाए जा रहे हैं। यह दोनों आइटम माइनस 30 डिग्री और अधिकतम 50 डिग्री में काम करेंगी। यह किसी भी मौसम में काम करेंगी।

40 बुलेटप्रूफ लाइट मोटर व्हीकल भी मंगवाए

पुलिस ने टैक्टिकल उपकरणों में 40 लाइट मोटर व्हीकल भी मंगवाए हैं। इन्हें टेक्टिकल आपरेशन के हिसाब से डिजाइन किया जाएगा। इन व्हीकल्स की विशेषताओं को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा, लेकिन यह किसी भी क्षेत्र में पुलिस के लिए आपरेशन चलाने में बेहद अहम साबित होंगे। यह वाहन पूरी तरह से बुलेटप्रूफ होंगे। पुलिस मुख्यालय में तैनात एआईजी परिवहन गुरिंदरपाल सिंह के अनुसार इन वाहनों को मंगवाने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और उम्मीद है कि जल्द ही ये पुलिस मुख्यालय के पास होंगी।

गौरतलब है कि जम्मू संभाग के राजौरी, पुंछ, कठुआ व डोडा आदि में हाल ही में आतंकी वारदातें बढ़ी हैं। आतंकी जंगलों में छिपकर ऊंची जगहों से घात लगाकर सुरक्षा बलों को निशाना बना रहे हैं। ये आतंकी इतने घने जंगलों में हैं कि रात के समय दिख नहीं पाते। खासकर रात में मुठभेड़ में ये नहीं दिखते। पुलिस इंफ्रारेड लेजर और पैच से रात में भी इन्हें तलाश लेगी।