नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर पर लगातार अमेरिका टिप्पणियां करता रहा है। भारत-पाकिस्तान के बीच ट्रंप कई बार मध्यस्थता के जिए प्रस्ताव रख चुके हैं जिसे भारत ने हर बार नकारा है और जम्मू-कश्मीर को द्विपक्षीय मुद्दा बताया है। अब जर्मनी भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में अमेरिका को एक बार फिर जम्मू-कश्मीर मामले में टांग अड़ाने पर खरी-खरी सुनाई। म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन 14 फरवरी को शुरू हुआ है और यह 16 फरवरी तक चलेगा। यहां एक सवाल के जवाब में अमेरिकी सीनेटर को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, ‘चिंता मत कीजिए। एक लोकह्णतांत्रिक देश है, जो इसे सुलझा लेगा और आप जानते हैं कि वह देश कौन सा है? गौरतलब है कि अमेरिकी सीनेटर लिंड्से ग्राहम ने कहा था, ‘कश्मीर से लौटने के बाद समझ नहीं पाया कि वहां जारी लॉकडाउन कब खत्म होगा। दोनों देशों (भारत-पाकिस्तान) को यह तय करना होगा कि मसला जल्द ही सुलझा लिया जाए।’ वहीं एस.जयशंकर ने जर्मनी में आयोजित म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में कहा कि ये कोई सवाल नहीं है कि दुनिया अधिक राष्ट्रवादी हो गई है। अमेरिका, चीन और दुनिया के कई देश अधिक राष्ट्रवादी हैं। इस राष्ट्रवाद का बहुत कुछ वैधानिक रूप से मान्य है।
जयशंकर ने आगे कहा कि ऐसे भी देश हैं जहां यह एक सकारात्मक मुखर राष्ट्रवाद है। कई मामलों में यह अधिक असुरक्षित राष्ट्रवाद है। फैक्ट ये है कि एक ज्यादा राष्ट्रवादी दुनिया स्पष्ट रूप से एक कम बहुपक्षीय दुनिया है। जयशंकर ने कहा कि अगर इतिहास पर गौर करे तो संयुक्त राष्ट्र को लेकर लोगों के विश्वास में कमी आई है, लेकिन ये आश्चर्य की बात नहीं है क्योंकि जब आप इसके बारे में सोचते हैं तो बहुत सारी चीजें वैसी नहीं हैं जो 75 साल पहले थी और अभी भी उतनी ही अच्छी है जितनी वह थी।
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