इशिका ठाकुर,करनाल:
हरियाणा के करनाल में MBBS स्टूडेंट का बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में धरना प्रदर्शन पिछले 14 दिनों से जारी है। आज देर शाम एमबीबीएस के छात्रों ने सड़क पर उत्तर कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती हम ऐसे ही धरने पर बैठे रहेंगे। इसको लेकर मंगलवार को प्रदेश के चारों मेडिकल कॉलेज के छात्र रोहतक PGI में एकत्रित होंगे। यहां डायरेक्टर ऑफिस के बाहर संयुक्त रूप से विरोध प्रदर्शन किया जाएगा ताकि उनकी मांग को पूरा किया जाए।
अंबेडकर चौक पर लगाया जाम
इसके बाद 15 नवंबर को पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय रोहतक, कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज करनाल, बीपीएस महिला मेडिकल कॉलेज सोनीपत व शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज नूंह के छात्र रोहतक में एकजुट होंगे।
सड़क पर वाहनों की आवाजाही को पूरी तरह किया बंद
MBBS स्टूडेंट ने कहा कि सरकार ने उन पर बॉन्ड पॉलिसी के नाम पर आर्थिक बोझ डाल दिया है। जिसके तहत उन्हें प्रति वर्ष 10 लाख व चार साल में 40 लाख रुपए देने होंगे। ऐसे में वे पढ़ाई से पहले ही लाखों के कर्ज तले दब जाएंगे तो वे जन सेवा करेंगे या कर्ज कम करने को ध्यान में रखेंगे। इसलिए बॉन्ड पॉलिसी रद की जाए।
करनाल कल्पना चावला मेडिकल अस्पताल के एमबीबीएस छात्रों ने अपने प्रदर्शन के दौरान अंबेडकर चौक के चारों और दायरा बनाकर लगभग 20 मिनट तक सड़क पर वाहनों की आवाजाही को पूरी तरह बंद कर दिया जिसके चलते सड़क पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई।
छात्रों की मांगे
बॉन्ड एग्रीमेंट में से बैंक की दखल अंदाजी पूरी तरह से खत्म की जाए।
– साथ ही बॉन्ड सेवा की अवधि 7 साल से घटाकर अधिकतम 1 वर्ष की जाए।
– ग्रेजुएशन के अधिकतम 2 महीने के अंदर सरकार MBBS ग्रेजुएट को नौकरी प्रदान करे।
– 40 लाख सेवा बॉन्ड राशि को घटाकर 5 लाख रुपए किया जाए
– PG कोर्स (MD/MS) के बारे में स्थिति बिल्कुल साफ की जाए।
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