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Jalandhar Shri Devi Talab Mandir : उत्तर भारत के प्रसिद्ध तीर्थस्थल सिद्ध शक्तिपीठ श्री देवी तालाब मंदिर में बने विशाल सरोवर का इतिहास माता सती से जुड़ा है। श्री देवी तालाब के सरोवर को पवित्र व धार्मिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण माना जाता रहा है। इस सरोवर का नाम देश के 108 पावन सरोवरों में लिया जाता है। दैत्य राज जालंधर के नाम से विख्यात हुए शहर में किसी समय 12 सरोवर थे। इनमें देवी के चरणों के समीप बना होने के कारण ही इससे देवी तालाब नाम दिया गया था।
Jalandhar Shri Devi Talab Mandir से जुड़े रहस्य
श्री देवी तालाब के पावन सरोवर को लेकर प्रचलित कथा है कि सती माता का एक अंग यहां पर गिरा था जिससे भगवान शिव के नेत्रों से बही अश्रुधारा से यह स्थल सरोवर में बदल गया। एक अन्य कथा के अनुसार जगद्गुरु शंकराचार्य ने यहां पर गंगा मैया का आह्वान किया था।
मुख्य मंदिर- मां भवानी का मुख्य मंदिर सरोवर के बीचों-बीच स्थित है। सोने से बने मां का मंदिर रात को लाइटों में चमचमाता इतना सुंदर लगता है कि मानों मां का विशाल महल है जहां मां विराजमान है।
धर्मशाला- मंदिर में बनी धर्मशाला में आप 3 दिनों तक रह सकते हैं। बाहर से आए श्रद्धालुओं के रहने व खाने का यहां प्रबंध होता है। कमरे बहुत ही सुंदर व हवादार हैं। सफाई का अच्छा प्रबंध है। रात की रोशनी में मां का दरबार ऐसे लगता है जैसे तारें टिमटिमा रहे हों। मंदिर में भक्तों की सहायता के लिए मंदिर कमेटी चौकसी से काम करती है। सीसीटीवी कैमरे जगह-जगह पर लगे हैं। मां भवानी हरेक की मनोकामना पूरी करती है।
राम हाल : मंदिर में एक विशाल राम हाल है। इस हाल में आप अपने कार्यक्रम बुक करवा सकते हैं। बसरी, धार्मिक आयोजन, कीर्तन आदि करने का यहां विशेष प्रबंध है।
अन्नपूर्णा रसोई: यहां भक्तों को निशुल्क भोजन उपलब्ध करवाया जाता है। इसके ऊपर पे़ड भोजनालय भी है जहां से लोग कुछ पैसे देकर भोजन खा सकते हैं।
प्राचीन काली माता मंदिर: मंदिर परिसर में ही प्राचीन काली माता मंदिर भी है जिसकी अलग प्रबंधक कमेटी है। मां काली की प्राचीन मूर्ति की यहां पर आलौकिक छटा है । मां के दर्शनों के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। श्री देवी तालाब चेरीटेबल अस्पताल- मंदिर प्रबंधक कमेटी की तरफ से यहां चैरिटेबल अस्पताल चलाया जा रहा है ।
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