Jalandhar By Poll Latest Update (आज समाज), जालंधर। लोकसभा चुनाव के बाद प्रदेश में राजनीतिक गलियारों में जालंधर पश्चिमी में होने वाले विधानसभा उपचुनाव की चर्चा है। यह चुनाव इसलिए भी अहम हो गया है कि यह कांग्रेस और आप के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बनता जा रहा है। हालांकि भाजपा भी इस चुनाव में अच्छी स्थिति में दिख रही है लेकिन शिअद की स्थिति डावांडोल हैं।
लोकसभा चुनाव के बाद शिअद में आपसी फूट खुलकर सामन आ चुकी है। वहीं राजनीतिक पंडित इस चुनाव को आप और कांग्रेस के लिए अहम मान रहे हैं। यदि इस उपचुनाव में कांग्रेस जीत हासिल करती है तो वह प्रदेश के लोगों में अपनी स्थिति मजबूत करती दिखाई देगी। दूसरी तरफ यदि सत्ताधारी आप यह चुनाव हार जाती है तो लोकसभा चुनाव के बाद उसे एक और झटका लगेगा। ज्ञात रहे कि लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने 2019 का प्रदर्शन दोहराते हुए सात सीट पर विजय हासिल की है जबकि 13 सीटों का दावा करने वाली आप को मात्र 3 सीट ही हासिल हो सकी।
दोनों पार्टियों के नेताओं का जालंधर में डेरा
यह चुनाव कितना अहम है इस बात की पुष्टि इससे होती है कि चुनाव से पहले दोनों पार्टियों के दिग्गज नेताओं ने जालंधर में डेरा डाल लिया है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान जहां पिछले दिनों जालंधर में किराये के घर में शिफ्ट हो गए। वहीं विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा पहले ही जालंधर में डेरा जमा चुके हैं। इसके साथ ही दोनों पार्टियों ने अपने लोकल स्तर के नेताओं की फौज भी लोगों को पार्टी की विचारधारा से अवगत कराने के लिए फील्ड में उतार दी है।
भाजपा को इसलिए कमजोर नहीं मान सकते
यह बात स्पष्ट है कि राजनीतिक विशेषज्ञ इस उपचुनाव को आप और कांग्रेस के बीच अहम मान रहे हैं लेकिन इस चुनाव में हम भाजपा को भी कम नहीं आंक सकते। लोकसभा चुनाव के दौरान जहां कांग्रेस को इस विधानसभा क्षेत्र में 44,394 वोट मिले थे, वहीं भारतीय जनता पार्टी के सुशील रिंकू को 42,837 वोट मिले थे। आम आदमी पार्टी के पवन टीनू को मात्र 15,629 वोट मिले थे।