Aaj Samaj (आज समाज), Jaishankar On Jo Biden, नई दिल्ली: विदेश मंत्री जयशंकर ने अमेरिकी राष्टÑपति जो बाइडेन के भारत को जेनोफोबिक (विदेशियों के प्रति अत्यधिक नापसंदगी या डर रखने वाला) बताने पर पलवार किया है। उन्होंने दो टूक कहा है कि भारत विभिन्न समाज के लोगों की मेहमाननवाजी के लिए जाना जाता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा पेश किया गया नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) इसका उदाहरण है।
नागरिकता संशोधन अधिनियम स्वागत का उदाहरण
विदेश मंत्री ने एक साक्षात्कार में कहा कि भारत अलग-अलग समाज के लोगों का स्वागत करता है। उन्होंने इस इस आरोप का भी खंडन किया कि भारत की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा रही है। जयशंकर ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा नहीं रही है, बल्कि यह लगातार बुलंदियां छू रही है। उन्होंने कहा, भारत हमेशा से एक अनोखा देश रहा है। मैं वास्तव में कहना चाहता हूं कि यह एक ऐसा देश रहा है, जिसने सभी का स्वागत किया है। विभिन्न समाज के विभिन्न लोग भारत में आते हैं। जयशंकर ने बताया कि सीएए इसका उदाहरण है।
जयशंकर ने इजरायल विरोधी प्रदर्शन पर भी दी प्रतिक्रिया
अमेरिका की यूनिवर्सिटी में जारी इजरायल विरोधी प्रदर्शन पर भी जयशंकर ने प्रतिक्रिया दी। बता दें कि बाइडेन ने दो अप्रैल को राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के लिए वाशिंगटन में आयोजित फंड रेजिंग कार्यक्रम के दौरान कहा था कि भारत, चीन, रूस और जापान की जेनोफोबिक प्रकृति ही उनकी आर्थिक परेशानियों के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने यह भी कहा था कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था इसलिए बढ़ रही है, क्योंकि वह अपनी धरती पर अप्रवासियों का स्वागत करता है। अमेरिकी राष्टÑपति ने यह भी कहा था कि रूस और चीन के साथ जापान की भी अर्थव्यवस्था मजबूत हो सकती है, अगर ये भी अपनी धरती पर अप्रवासियों का स्वागत करने लगें।
भारत व जापान के साथ हमारे रिश्ते मजबूत :व्हाइट हाउस
जो बाइडन के जेनोफोबिक वाले बयान पर व्हाइट हाउस ने प्रतिक्रिया भी दी थी। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने बताया कि राष्ट्रपति बाइडन इस बारे में टिप्पणी कर रहे थे कि आप्रवासियों का देश में होना कितना जरूरी है और यह हमारे देश को कैसे मजबूत बनाते हैं। वह इस बारे में इसलिए बात कर रहे थे क्योंकि यह हमारे सहयोगियों के साथ हमारे संबंधों से जुड़ा है। हमारे निश्चित तौर पर जापान और भारत के साथ मजबूत संबंध हैं। राष्ट्रपति ने बीते तीन वर्षों में इन देशों के साथ राजनयिक संबंधों को मजबूत करने पर फोकस किया है।
सीएए के कारण कोई नागरिकता खोने वाला नहीं
सीएए को लेकर जारी आलोचनाओं पर जयशंकर ने कहा, सार्वजनिक तौर पर कई लोगों का कहना है कि सीएए के कारण दस लाख मुसलमान इस देश में अपनी नागरिकता खो देंगे। उन्होंने कहा, उनसे हिसाब क्यों नहीं लिया जा रहा है? क्योंकि कोई भी नागरिकता नहीं खोने वाला है। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, यहां एक विचारधारा से प्रेरित होकर रिपोर्टिंग की जा रही है, जो कि निष्पक्ष नहीं है। उन्होंने कहा कि मीडिया का यह वर्ग वैश्विक परिप्रेक्ष्य को आकार देना चाहता है और भारत को निशाना बना रहा है।
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