Jaipur News : बिना गठबंधन कांग्रेस के लिए आसान नहीं है उप चुनाव की राह

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Without alliance, the path to by-elections is not easy for Congress.
कांग्रेस।
  • कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा के बयान से हुई स्थिति साफ
  • सातों सीट पर कांग्रेस अकेले लड़ेगी चुनाव

(अजीत मेंदोला) जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के सोमवार को दिए बयान से साफ हो गया है कि कांग्रेस अगले महीने होने वाली सभी सात सीटों के उप चुनाव अकेले ही लड़ेगी। प्रदेश कांग्रेस ने गठबंधन की बात केंद्र पर जरूर डाली है, लेकिन अब जो संकेत मिल रहे है, उससे यही समझा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में सहयोगी रहे दल भारत आदिवासी पार्टी और हनुमान बेनीवाल की पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी की कांग्रेस में अब कोई दिलचस्पी नहीं रह गई है। दोनों पार्टियां अपने हिसाब से चुनावी रणनीति तैयार करने में जुट गई है। बीएपी ने तो सलूंबर से अपना प्रत्याशी बिना कांग्रेस से बातचीत किए ही उतार दिया है। ऐसे में अब यदि दोनों क्षेत्रीय दल कांग्रेस से रिश्ता तोड़ते हैं तो यह लंबी राजनीति के लिहाज से कांग्रेस के हित में जरूर है, लेकिन अभी हो रहे उप चुनाव की राह पार्टी के लिए जरूर मुश्किल हो जाएगी।

इसका कारण यह है कि सात सीट में से बेनीवाल की खींवसर और बीएपी पार्टी की चौरासी में कांग्रेस के लिए जीत आसान नहीं रहेगी। जहां तक बची हुई पांच सीटें हैं उनमें झुंझुनू ही सबसे मजबूत मानी जा रही है। सांसद बृजेंद्र ओला अपने परिवार के किसी भी सदस्य को आसानी से चुनाव जितवा देंगे। अनुमान यही है कि अमित ओला को वहां से टिकट मिलेगा। इस सीट के अलावा बाकी बची चार सीटों की राह इस बार चुनौतीपूर्ण होने वाली है। झुंझुनू के साथ कांग्रेस ने देवली—उनियारा और दौसा भी जीती थी, लेकिन भाजपा ने इन दोनों सीटों पर अब जो उम्मीदवार खड़े किए हैं, वह कांग्रेस को कड़ी टक्कर देने की स्थिति में है।

दौसा से भाजपा ने वरिष्ठ नेता किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा को टिकट देकर कांग्रेस के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है। इसी तरह देवली—उनियारा से राजेंद्र गुर्जर को पूर्व सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया का करीबी माना जाता है। एक तरह से जौनपुरिया को देवली—उनियारा सीट को जिताने की जिम्मेदारी दी गई है।सलूंबर सीट पर भाजपा के विधायक के निधन के चलते चुनाव हो रहा है। यहां पर बीएपी पार्टी और भाजपा के बीच टक्कर दिखाई दे रहे हैं। हालांकि यहां देखने वाली बात यह होगी कि कांग्रेस किसे अपने प्रत्याशी बनाती है। यदि कांग्रेस मजबूत प्रत्याशी उतारती है तो सलूंबर सीट त्रिकोणीय मुकाबले में फंस सकती है।

रामगढ़ से जुबैर परिवार को टिकट देगी कांग्रेस

रामगढ़ सीट कांग्रेस के विधायक जुबैर खान के निधन से खाली हुई है। ऐसे में पार्टी जुबैर के परिवार से ही किसी को टिकट देने जा रही है। वहां पर कांग्रेस के लिए इस बार मुकाबला कड़ा है। यहां पर पिछले चुनाव में भाजपा के बागी सुखवंत सिंह को इस बार पार्टी में शामिल कर ‘कमल’ के चिन्ह के साथ उतारा गया है। पिछले विधानसभा चुनाव में सुखवंत दूसरे स्थान पर रहे, जबकि भाजपा के प्रत्याशी तीसरे स्थान पर रहे थे। ऐसे में मौजूदा हालातों में कांग्रेस अपनी चार सीट बचा लेती है तो यह उनके लिए बड़ी उपलब्धि होगी। हालांकि कांग्रेस का दावा सभी सीट जीतने का है, लेकिन इन सीटों पर भी गुटबाजी होगी। हरियाणा में हुई जीत के बाद बीजेपी के हौसले बुलंद हैं।

वॉर रूम में बैठक, प्रत्याशियों के नाम पर चर्चा

प्रत्याशियों के चयन के लिए सोमवार को प्रदेश कांग्रेस के वॉर रूम पर हुई बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि 13 नवम्बर को होने वाले 7 विधानसभा क्षेत्रों के विधानसभा उप चुनावों में कांग्रेस पार्टी की तैयारी सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की है। इन सभी सात सीटों पर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार विजयी रहेंगे। उन्होंने कहा कि बैठक में सातों विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनावों की तैयारियों हेतु व्यापक रणनीति तैयार कर प्रत्याशी चयन पर विस्तृत चर्चा की गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के संभावित प्रत्याशियों का पैनल तैयार कर लिया गया है।

प्रभारी राजस्थान सुखजिन्दर सिंह रंधावा की ओर से यह पैनल अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा, जिस पर पार्टी आलाकमान की ओर से प्रत्याशी चयन का निर्णय होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी की ओर से सभी सातों विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उप चुनावों पर पार्टी का उम्मीदवार उतार कर चुनाव लड़ने की तैयारी की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में उपचुनावों को लेकर गठबंधन का अंतिम निर्णय पार्टी आलाकमान की ओर से किया जाएगा। प्रदेश में जनता भाजपा के 10 माह के कुशासन के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी के पक्ष में मतदान कर पार्टी प्रत्याशियों को विजयी बनाएगी। प्रभारी रंधावा ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा उपचुनावों में सातों सीटों पर कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी विजयी रहेंगे।

भाजपा सरकार का काउंटडाउन हुआ शुरू:जितेंद्र सिंह

इधर, पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि रामगढ़ सहित राजस्थान की सातों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस पार्टी पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ने को तैयार है। राजस्थान की जनता पर्ची वाली सरकार के 10 माह के कार्यकाल में ही त्रस्त हो चुकी है, जिसका जवाब इस उपचुनाव में उन्हें दिया जाएगा। रामगढ़ उपचुनाव को लेकर कांग्रेस कमेटी की बैठक में शामिल कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जनता के जनमत से विश्वासघात कर बनी भाजपा सरकार का काउंटडाउन शुरू हो गया है।

उप चुनाव में क्लीन बोल्ड होगी भाजपा:जूली

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि नफरत और जातिवाद का जहर घोलने वाली भाजपा इस उप चुनाव में क्लीन बोल्ड होगी। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में कमजोर हुई भाजपा के कोई भी हथकंडे अब राजस्थान में नहीं चलेंगे। जुमले की दुकान अब बंद होने वाली है और मोहब्बत की दुकान का उदय उप चुनाव के माध्यम से राजस्थान में विकास की नई इबारत लिखेगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान प्रदेश के मुख्यमंत्री ही नहीं बल्कि उनके मंत्री भी अपने आप को असहाय महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमीर और गरीब के दोहरे मापदंड अपनाने वाली सरकार का दिवालिया निकलना निश्चित है। जूली बोले कि परिवर्तन के इस संकल्प में भाजपा का विनाश निश्चित है। उन्होंने कहा कि बदलाव के नारे की गूंज में कांग्रेस की जीत साफ सुनाई दे रही है।