Jaipur News मत्स्य क्षेत्र के बाद साइबर ठगों ने अब डांग में बनाए अड्‌डे, सवाई माधोपुर के गिरोह से एसओजी की पूछताछ में हुआ खुलासा, एक ही गिरोह ने की ठगी की 40 वारदातें

0
82
Jaipur News After fisheries sector, cyber thugs now set up base in Dang

जयपुर। साइबर ठगों के खिलाफ मत्स्य इलाके में पुलिस के एंटी वायरस अभियान के चलते जालसाजों ने अब डांग इलाके में अपने अड्‌डे बना लिए हैं। इसका खुलासा स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) की गिरफ्त में आए सवाई माधोपुर के साइबर ठगों की पूछताछ में हुआ। एसओजी ने अजमेर की सेवानिवृत अध्यापिका को डिजिटल अरेस्ट कर 80 लाख रुपये की ठगी करने के मामले में सवाई माधोपुर गिरोह के 15 ठगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें गिरोह सरगना सहित 7 शातिर ठग डांग इलाके के हैं। यह गिरोह प्रदेश में साइबर ठगी की 40 वारदातों को अंजाम दे चुका। एसओजी ने गिरफ्तार सभी साइबर ठगों को रविवार को अदालत में पेश किया। अदालत ने सभी को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर सौंप दिया। एसओजी आरोपियों से साइबर ठगी की अन्य वारदातों के मामले में पूछताछ कर उनका खुलासा करने में जुट गई है।

एसओजी के डीआईजी परिस देशमुख ने बताया कि साइबर ठगों ने पीड़िता को 25 लाख रुपये की एक मुश्त राशि बैंक में जमा होने पर गिरफ्तारी का भय दिखा उसके सभी बैंक खाते की जानकारी हासिल कर 80 लाख रुपये ठग लिए थे। इस मामले में अजमेर के क्रिश्चियन गंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, जिसकी जांच एसओजी को सौंपी गई। रिपोर्ट के अनुसार पंचशील नगर निवासी सेवानिवृत्त अध्यापिका उर्मिला महर्षि (82) के पास 14 नवंबर को मोबाइल पर कॉल आया, जिसमें फोन करने वाले ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का बताते हुए पूछा कि क्या आपने 25 लाख रुपये बैंक में जमा कराए हैं। पीड़िता ने इनकार किया तो ठग ने कहा कि आपको डरने की आवश्कता नहीं है। आपके आधार कार्ड से किसी ने खाते में 25 लाख रुपये जमा कराए हैं। यदि आपके पैसे एक नंबर के हैं तो हमें बस आप खाता संख्या बता दें। इस दौरान बदमाशों ने पीड़िता से 80 लाख रुपये ठग लिए। एसओजी के अलग-अगल दलों ने इस मामले में शनिवार को एक साथ दबिश देकर मलारना डूंगर निवासी गिरोह सरगना चैन सिंह गुर्जर सहित 15 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया था। इनमें संजीत, सुमर्थ, रजनीश, अंकित, राहुल और मनराज भी सवाई माधोपुर के निवासी हैं, जबकि अन्य आरोपी जयपुर और बीकानेर के रहने वाले हैं।

डांग इलाके के शातिरों ने ही बुजुर्ग शिक्षिका को ठगा 

मत्स्य इलाके के अलवर, डीग, भरतपुर में ऑपरेशन एंटी वायरस अभियान के चलते इन दिनों साइबर ठगों में खलबली मची हुई है। यही वजह है कि साइबर ठगों ने अब प्रदेश के डांग इलाकों में अपने नए अड्‌डे बना लिए हैं। एंटी वायरस अभियान के दौरान पुलिस ने अलवर, डीग और भरतपुर के जंगलों से इनके अड्‌डों को नेस्तनाबूत कर दिया। इसके चलते साइबर ठगों ने अब डांग इलाके के जंगलों में नए अड्‌डे बना लिए हैं। इसका खुलासा एसओजी की गिरफ्त में आए सवाई माधोपुर के गिरोह की पूछताछ में हुआ। सवाई माधोपुर निवासी गिरोह सरगना सहित 7 आरोपी इसी इलाके के हैं, जिन्होंने अब डांग इलाके के जंगलों में अपने अड्‌डे बना रखे थे।

10 हजार कमीशन के लालच में गिरोह में हुए शामिल

एसओजी की पूछताछ में सामने आया कि साइबर ठगों को गिरोह में शामिल बदमाशों के तीन स्तर के दल बना दिए जाते हैं, जिनमें एक दल शिकार को फांसता है। दूसरा दल बैंक खाता धारक आम लोगों को उसके खाते के जरिए होने वाले प्रत्येक ट्रांजेक्शन के लिए 10 हजार रुपये का कमीशन का लालच देकर गिरोह में शामिल करता है। तीसरा दल ठगी की राशि को बैंकों में जमा कराने के साथ-साथ गबन की राशि का ट्रांजेक्शन का काम करता है। इन तीनों दलों के गतिविधियों की जानकारी सरगना के अलावा गिरोह में शामिल अन्य बदमाशों के पास नहीं होती है। शिकार फांसने वाले दल को ठगी की राशि का सबसे ज्यादा हिस्सा दिया जाता है।

Also Read:Stock Market : भारतीय शेयर बाजार में तेजी से आया उछाल, कंपनी ने खूब पैसा कमाया