मुख्यमंत्री के मीडिया कोर्डिनेटर जगमोहन आनन्द ने सैनिक स्कूल पर्वतारोहण अभियान को किया फ्लैग-इन

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Jagmohan Anand Flags-in Sainik School Mountaineering Expedition

प्रवीण वालिया, करनाल :

  • पर्वतारोहण से प्रकृति को जानने का मिलता है मौका: जगमोहन आनन्द

मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के मीडिया कोर्डिनेटर जगमोहन आनन्द ने सैनिक स्कूल कुंजपुरा, करनाल में 08 अक्टूबर 2022 को 51 सदस्यीय अखिल भारतीय सैनिक स्कूल, पर्वतारोहण अभियान दल को फ्लैग-इन किया। इस दल में अड़तालीस छात्र और तीन स्टाफ सदस्य हैं, यह दल मनाली क्षेत्र में शितिधर पीक (17348 फीट) पर चढाई करके लौटे हैं।

इस अवसर पर श्री जगमोहन आनन्द जी ने सर्वप्रथम विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं समस्त कर्मचारियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के अभियान दल न केवल छात्रों को शारीरिक रूप से बलवान बनाते हैं अपितु प्रकृति की सुन्दरता एवं उसके प्रति जानने की इच्छा को भी बढाते हैं। इससे बच्चों में देश निर्माण एवं देश के प्रति सेवा भावना को भी शक्ति मिलती है। मुख्य अतिथि जी ने सैनिक स्कूल कुंजपुरा के इन प्रयासों की भी खुले हृदय से सराहना की।

सैनिक स्कूल कुंजपुरा ने अभियान से पहले 20 चोटियों को फतह किया

इस अवसर पर, कर्नल विजय राणा, प्राचार्य, सैनिक स्कूल कुंजपुरा ने मुख्य अतिथि जगमोहन आनंद ने विभिन्न साहसिक गतिविधियों के बारे में अवगत कराया, जो स्कूल में छात्रों के लिए पावर पैक प्रशिक्षण का एक अभिन्न अंग है। इस अभियान का आयोजन मंत्रालय के सैनिक स्कूल सोसायटी की ओर से किया गया है। सैनिक स्कूल कुंजपुरा ने इस अभियान से पहले 20 चोटियों को फतह किया है और हरियाणा राज्य की स्वर्ण जयंती मनाने के लिए हरियाणा बोर्ड के स्कूलों के लड़कों और लड़कियों के लिए दो अभियान चलाए हैं।

पहाड़ों को साफ रखने के बारे में जागरूक किया 

इसके अलावा, इस तरह के अभियान से छात्रों में नेतृत्व की भावना भी पैदा होती है और हमारे पहाड़ों को साफ रखने के बारे में जागरूकता आती है। इस अभियान का उद्देश्य भाग लेने वाले स्कूलों के बीच सांस्कृतिक विविधता एवं एकता और अखंडता के मूल्यों को विकसित करना भी है। अन्य विवरणों के बारे में बात करते हुए, प्रधानाचार्य ने कहा कि बेस कैंप 13,500 फीट की ऊंचाई पर स्थापित किया गया, जहां छात्रों को हिमपात और बर्फ शिल्प प्रशिक्षण में प्रशिक्षित किया गया जैसेरू ग्लेशियर पर चलना, कदम बनाना, क्रेवास बचाव, बचाव अभियान, क्रैम्पन पर चलना, सेल्फ अरेस्ट, फ्रंट पॉइंट क्लाइम्बिंग आदि के बारे में समझाया गया। पीक पर अंतिम चढ़ाई से पहले कुल मिलाकर तीन कैंप लगाए गए।

इस वर्ष शितिधर चोटी पर पर्वतारोहण अभियान का नेतृत्व जेएस गुलिया और अनुराग ने किया है। अभियान दल 20 सितम्बर को चलकर 8 अक्टूबर को सफल चढ़ाई के बाद वापस लौटा है। अभियान की अन्य उल्लेखनीय विशेषता यह है कि अभियान में 23 सैनिक स्कूलों ने भाग लिया। यह लड़कों में राष्ट्रीय एकता और सौहार्द की भावना पैदा करने में सहायक हुआ। अभियान दल में पूरे देश में फैले प्रत्येक सैनिक स्कूल के दो कैडेट शामिल थे, जिसमें चार कैडेट आयोजक स्कूल यानी सैनिक स्कूल कुंजपुरा से थे।

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