Aaj Samaj (आज समाज),DC Virendra Kumar Dahiya,पानीपत : सभी कार्यालयों में महिलाओं का सम्मान करना हम सबका नैतिक कर्तव्य है, क्योंकि जहां महिलाओं का सम्मान होता है वहां देवता निवास करते हैं। यह बात उपायुक्त डॉ. वीरेन्द्र कुमार दहिया ने वीरवार को लघु सचिवालय के द्वितीय तल के सभागार में कार्यस्थल पर महिला उत्पीड़न रोकने हेतु आयोजित कार्यशाला में बोलते हुए कही। उन्होंने कहा कि महिलाओं का सम्मान करना सबके लिए जरूरी है। कार्यस्थल पर महिलाओं के उत्पीड़न को रोकने के लिए ही अधिनियम बनाया गया है। उन्होंने सभी उपस्थित विभागाध्यक्षों को निर्देश दिए कि वे अपने कार्यालयों में बनाई गई कमेटी के साथ समय-समय पर इस बात पर चर्चा भी करें कि कार्यालय में काम कर रही महिलाएं उस स्थान पर सुरक्षित महसूस कर रही हैं। उन्हें किसी रूप से डराया, धमकाया या गलत व्यवहार तो नहीं प्रस्तुत किया जा रहा।
कार्यालयों में मर्यादा से परिपूर्ण माहौल बनाए रखें
डीसी वीरेन्द्र कुमार दहिया ने कहा कि कार्यालयों में मर्यादा से परिपूर्ण माहौल बनाए रखें। उन्होंने कहा कि महिलाएं अपने-आप में बहुत सशक्त हैं, क्योंकि प्रसव पीड़ा को झेलने की ताकत भगवान ने महिला को ही प्रदान की है। महिलाएं शक्ति के साथ-साथ स्नेह की दायिनी भी है। जो विभिन्न रूपों में संसार को आगे बढ़ाने का काम करती हैं।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को लेकर पुरूषों को भी अपनी सोच बदलनी चाहिए और कोई भी ऐसा काम ना करें जिससे महिला को परेशानी का सामना करना पड़े। उन्होंने कहा कि वर्कशॉप के माध्यम से समय-समय पर जागरूकता का कार्य किया जाता है और हम सबको इन कार्यशालाओं में सीखकर जाना चाहिए। इस कार्यशाला में एसडीएम मनदीप सिंह, डीएसपी समालखा नरेन्द्र सिंह, महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी परमिन्द्र कौर, महिला एवं बाल विवाह संरक्षण अधिकारी रजनी गुप्ता सहित विभिन्न कार्यालयों में बनाई गई समितियों के सदस्य भी उपस्थित रहे।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को लेकर पुरूषों को भी अपनी सोच बदलनी चाहिए और कोई भी ऐसा काम ना करें जिससे महिला को परेशानी का सामना करना पड़े। उन्होंने कहा कि वर्कशॉप के माध्यम से समय-समय पर जागरूकता का कार्य किया जाता है और हम सबको इन कार्यशालाओं में सीखकर जाना चाहिए। इस कार्यशाला में एसडीएम मनदीप सिंह, डीएसपी समालखा नरेन्द्र सिंह, महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी परमिन्द्र कौर, महिला एवं बाल विवाह संरक्षण अधिकारी रजनी गुप्ता सहित विभिन्न कार्यालयों में बनाई गई समितियों के सदस्य भी उपस्थित रहे।