आप सांसद ने लोकसभा में उठाया पाकिस्तान की तरफ से हो रही नशा तस्करी का मुद्दा, कहा, सीमा सुरक्षा बल को मजबूत व आधुनिक बनाना समय की जरूरत
Punjab News Update (आज समाज), नई दिल्ली/चंडीगढ़। पंजाब एक सीमावर्ती राज्य है और इसकी एक लंबी सीमा पाकिस्तान के साथ लगती है। यही कारण है कि पंजाब में सीमा पार से हथियारों और नशे की तस्करी पिछले कई दशकों से चल रही है। प्रदेश सरकार इस नशा व हथियार तस्करी पर रोक लगाने के लिए लगातार प्रयासरत्त है लेकिन केंद्र सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
यह शब्द मंगलवार को आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद मलविंदर सिंह कंग ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश करते हुए कहे और पंजाब-पाकिस्तान अंतरराष्टÑीय सीमा पर ड्रोन के माध्यम से नशीली दवाओं की तस्करी का मुद्दा उठाया गया।
इस मुद्दे पर संसद में चर्चा की मांग
सामूहिक कार्रवाई की आवश्यकता पर बल देते हुए कंग ने राज्य में नशीली दवाओं और अवैध हथियारों की बढ़ती आमद से निपटने के उपायों पर संसद में चर्चा की मांग की। प्रस्ताव पर बोलते हुए कंग ने कहा, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान राज्य के भीतर नशीली दवाओं के खिलाफ एक व्यापक अभियान चला रहे हैं, इसलिए केंद्र सरकार को भी अंतरराष्ट्रीय सीमा को सुरक्षित करने के लिए अपने प्रयासों को आगे बढ़ाना जरूरी है।
पंजाब के युवाओं और सुरक्षा के लिए घातक
ड्रोन के माध्यम से दवाओं और अवैध हथियारों की आमद पंजाब के युवाओं और राष्टÑीय सुरक्षा दोनों के लिए गंभीर खतरा है। स्थगन प्रस्ताव पंजाब सरकार द्वारा युद्ध नशयां विरुद्ध अभियान के तहत ड्रग तस्करों पर आक्रामक कार्रवाई के बीच आया है, जिसके परिणामस्वरूप नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटांसेज एक्ट (एनडीपीएस) के तहत 988 एफआईआर और 1360 ड्रग तस्करों की गिरफ्तारी हुई है। इसके अतिरिक्त, 1035 किलोग्राम हेरोइन, अफीम और अन्य सिंथेटिक ड्रग्स जब्त किए गए हैं। लगभग 6.81 लाख नशीली गोलियां और 36 लाख नकद भी बरामद किए गए हैं।
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