Aaj Samaj (आज समाज), ISRO Update, नई दिल्ली : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) का चंद्रयान-3 (मून मिशन) का विक्रम लैंडर बुधवार शाम को तय समयानुसार 6:04 बजे चंद्रमा पर उतरने के लिए तैयार है। इसरो ने मंगलवार को यह जानकारी दी। साथ ही इसरो ने चांद की नई तस्वीरें भी शेयर की हैं। इसरो अधिकारियों ने कहा कि सभी सिस्टम्स की नियमित जांच की जा रही है और ये सभी सही तरह से काम कर रहे हैं। इस तरह मिशन तय समय पर है, जिससे मिशन की निगरानी कर रहा परिसर भी जोश और ऊर्जा से भरा है। बता दें कि पिछले सप्ताह रूस का लूना-25 मिशन विफल हो गया था और इसके बाद, पूरी दुनिया की निगाह अब भारत के मिशन पर है।

  • लूना-25 की विफलता के बाद पर दुनिया की निगाहें
  • भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान ने शेयर की नई तस्वीरें
  • पांच बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा लाइव टेलीकास्ट

ताजा वीडियो पोस्ट से मिशन को लेकर उत्सुकता बढ़ी

इसरो के ताजा वीडियो पोस्ट से मिशन को लेकर उत्सुकता और बढ़ गई है। इसरो ने मंगलवार को यह भी बताया कि चंद्रयान-3 की लैंडिंग का लाइव टेलीकास्ट 23 अगस्त को शाम 5 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा। इसरो ने जो चांद की नई तस्वीरें भी शेयर की हैं उन्हें इसरो ने 19 अगस्त को विक्रम लैंडर के लैंडर पोजिशन डिटेक्शन कैमरा (एलपीडीसी) से लिया गया है। बताया गया है कि इन्हें चांद के 70 किमी ऊपर से लिया गया है। चंद्रयान-3 फिलहाल चांद पर लैंडिंग के लिए सटीक जगह खोज रहा है। इसे 25 किलोमीटर की ऊंचाई से लैंड किया जाएगा।

….तो लैंडिंग को टाल कर 27 अगस्त के लिए निर्धारित किया जाएगा

इसरो के अहमदाबाद स्थित अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र के निदेशक नीलेश एम देसाई ने सोमवार को बताया था कि यह निर्णय उस समय लैंडर मॉड्यूल की सेहत, टेलीमेट्री डाटा और चंद्रमा की स्थिति के आधार पर होगा। अगर उस समय कोई ऐसी वजह सामने आई जो चंद्रयान 3 को उतारने के लिए अनुकूल नहीं लगी, तो लैंडिंग को टाल कर 27 अगस्त के लिए निर्धारित किया जाएगा। वहीं अगर कोई समस्या नजर नहीं आई, तो 23 अगस्त को ही लैंडर उतारा जाएगा।

30 किमी की ऊंचाई से चंद्रमा पर उतारने की प्रक्रिया

निदेशक एम देसाई ने बताया कि यान को 30 किमी की ऊंचाई से चंद्रमा पर उतारने की प्रक्रिया शुरू होगी। यह प्रक्रिया शुरू करने से 2 घंटे पहले सभी निर्देश लैंडिंग मॉड्यूल को भेजे जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस समय उन्हें चंद्रयान 3 को 23 अगस्त को ही चंद्र सतह पर उतारने में कोई मुश्किल नजर नहीं आ रही है, इसलिए उसी तारीख पर यान को उतारने का प्रयास होगा। 27 अगस्त को लैंडिंग के लिए भी सभी सावधानियां बरती जा रही हैं। सभी प्रणालियां भी तैयार रखी गई हैं।

सॉफ्ट लैंडिंग में लगेंगे 15 से 17 मिनट

चंद्रयान-3 के लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग में 15 से 17 मिनट लगेंगे। इस ड्यूरेशन को ’15 मिनिट्स आॅफ टेरर’ यानी ‘खौफ के 15 मिनिट्स’ कहा जाता है। अगर भारत का चंद्रयान-3 मिशन सक्सेसफुल होता है तो वो चंद्रमा के साउथ पोल पर उतरने वाला पहला देश बन जाएगा।

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