ISRO News: स्पाडेक्स और नवीनतम पेलोड के साथ पीएसएलवी-सी60 का सफल प्रक्षेपण

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ISRO News: स्पाडेक्स और नवीनतम पेलोड के साथ पीएसएलवी-सी60 का सफल प्रक्षेपण
ISRO News: स्पाडेक्स और नवीनतम पेलोड के साथ पीएसएलवी-सी60 का सफल प्रक्षेपण

Indian Space Research Organisation Mission, (आज समाज), श्रीहरिकोटा : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अग्रणी स्पाडेक्स (स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट) मिशन में कामयाब हो गया है। रविवार रात दस बजे उसने अपने पीएसएलवी-सी60 (PSLV-C60) रॉकेट स्पाडेक्स के सफल प्रक्षेपण के साथ एक और उपलब्धि हासिल की। श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से रॉकेट ने भारतीय समयानुसार रात 10:00:15 बजे उड़ान भरी।

सफलता हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश बना भारत

केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह (Union Minister of State Jitendra Singh) ने कहा कि भारत स्वदेशी रूप से विकसित ‘भारतीय डॉकिंग सिस्टम’ के साथ अंतरिक्ष डॉकिंग हासिल करने वाला चौथा देश बन गया है। बता दें कि भारत से पहले अमेरिका, चीन और रूस ऐसे मिशन की सफल लॉन्चिंग कर चुके हैं। भारत की चांद से सैंपल लाने की कामयाबी भी इसी मिशन पर टिकी हुई है। इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल चंद्रयान-4 मिशन में होगा जिसमें चंद्रमा से सैंपल वापस पृथ्वी पर लाए जाएंगे। स्पेस स्टेशन बनाने और उसके बाद वहां जाने-आने के लिए भी डॉकिंग टेक्नोलॉजी की जरूरत पड़ेगी।

इसरो अध्यक्ष ने टीम को दी बधाई

इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ ने कहा है कि पीएसएलवी-सी60 रॉकेट ने उपग्रहों को सही कक्षा में स्थापित कर दिया है। उन्होंने कहा, पीएसएलवी परियोजना की पूरी टीम को इसके लिए बधाई। साथ ही, स्पाडेक्स टीम जिसने, दो छोटे उपग्रह का उपयोग करके एक बहुत ही अभिनव, उपन्यास, लागत प्रभावी डॉकिंग प्रदर्शन मिशन में काम किया, उन्हें भी बधाई।

भविष्य के चंद्रमा मिशनों के लिए महत्वपूर्ण

स्पाडेक्स स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट का संक्षिप्त नाम है। इसमें प्रायोगिक डॉकिंग, उसके बाद इंटरलॉकिंग और प्रेशर चेक और दो उपग्रहों की अनडॉकिंग शामिल है। यह मिशन चंद्रयान 4 सहित इसरो के भविष्य के चंद्रमा मिशनों के लिए महत्वपूर्ण है। यह भारत की अपनी खुद की अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने की योजना के लिए भी विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। इस साल अक्टूबर में, सरकार ने घोषणा की थी कि भारत के पास 2035 तक भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन नामक अपना खुद का अंतरिक्ष स्टेशन होगा।

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